नई दिल्ली(एजेंसी): कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के चलते तमाम बिजनेस के साथ ही ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को भी नुकसान झेलना पड़ा है, लेकिन ये सेक्टर पिछले कई महीनों से लगातार खराब दौर से गुजरा रहा था. अब इसका असर कंपनियों के तिमाही नतीजों में भी दिख रहा है.
देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी ‘महिंद्रा एंड महिंद्रा’ को 2019-20 की आखिरी तिमाही में बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है. लॉकडाउन से पहले मार्च में खत्म आखिरी तिमाही में कंपनी को 3 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
कंपनी ने शुक्रवार 12 जून को बीते वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही के अपने नतीजों का ऐलान किया. कंपनी ने बताया कि इस तिमाही में उसे 3,255 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. ये नुकसान महिंद्रा एंड महिंद्रा और महिंद्रा व्हीकल्स मैन्युफैक्चरर्स के नतीजों को मिलाकर है. 2018-19 की इसी तिमाही में कंपनी ने 969 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था.
पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के मुकाबले कंपनी के राजस्व (कमाई) में भी कमी आई है. इस बार कंपनी का कुल राजस्व सिर्फ 9,005 करोड़ रहा, जो 2018-19 की इसी तिमाही में दर्ज 13,808 करोड़ रुपये के मुकाबले 35 फीसदी कम है.
कंपनी ने जनवरी से मार्च के बीच कुल 86,351 वाहन बेचे, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के मुकाबले 47 फीसदी कम है. कंपनी ने जनवरी से मार्च (2019) के बीच 1 लाख 63 हजार 937 वाहन बेचे थे.
कंपनी के निर्यात में भी कमी देखी गई. कंपनी ने इस बार 5,783 वाहनों का निर्यात किया, जो कि 2018-19 की आखिरी तिमाही में बेचे गए 13,541 वाहनों के निर्यात के मुकाबले 57 फीसदी कम है.