महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा, शिवसेना सुप्रीम कोर्ट पहुंची

अब भी हैं महाराष्ट्र में सरकार बनने की सम्भावना, कांग्रेस, एनसीपी बैठक जारी

मुंबई (एजेंसी). महाराष्ट्र (Maharashtra) राष्ट्रपति (President) शासन लग गया हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केन्द्रीय केबिनेट के अनुमोदन के बाद इस आशय के आदेश आज शाम जारी कर दिए. इसके पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी. शिवसेना राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपनी अर्जी दाखिल कर चुकी हैं. कल सुबह इस पर सुप्रीम कोर्ट की सेकेंड बेंच सुनवाई करेगी. शिवसेना का कहना हैं की राज्यपाल ने उन्हें पर्याप्त समय नहीं दिया.

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शिवसेना (Shivsena) के नेता उद्धव ठाकरे के साथ लगभग 25 गाड़ियों का काफिला मातोश्री से निकला हैं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवसेना के सभी नेता आदित्य ठाकरे, एकनाथ शिंदे आदि अपने विधायकों से मिलने होटल के लिए रवाना हुए हैं. वहीँ कांग्रेस और एनसीपी नेताओं की बैठक जारी होने की भी ख़बरें आ रही हैं.

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अब महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अजीत पवार ने मंगलवार को कहा कि जब तक कांग्रेस से समर्थन करने का पत्र नहीं मिलता तब तक हम (एनसीपी) कुछ नहीं कर सकते हैं. कल हमने पूरे दिन उनकी राह देखी, लेकिन कांग्रेस की तरफ से कोई लेटर नहीं आया.

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अजीत पवार ने कहा है कि आज हमारे बीच चर्चा होगी अगर कुछ निष्कर्ष निकला तो हम उन्हें (शिवसेना) फोन करेंगे. अजीत पवार ने कहा कि सोमवार को अहमद पटेल का फोन आया था. उन्होंने कहा था कि मीटिंग के लिए बैठना चाहते हैं. इसके बाद पवार ने कहा कि आज वह नहीं आ सकते हैं. आज उनकी मीटिंग है. साथ ही एनसीपी नेता ने कहा कि कांग्रेस के नेता अब तक मुंबई नहीं आए हैं. राज्यपाल ने सभी विधायकों का सही साइन मांगा है, जो आज होता नहीं दिख रहा है. उन्होंाने कहा कि कांग्रेस को ही निर्णय लेना है.

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