भिलाई: 9 दिन के अंदर 9 लाख के लूटेरों पर शिकंजा

भिलाई (एजेंसी)। भिलाई में दिनदहाड़े फायरिंग कर 9 लाख रुपए की लूट मामले में पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो भिलाई के और एक उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी देवी प्रसाद बसोर और मनीष बसोर भिलाई के वाले हैं, वहीं तीसरा आरोपी संजय उर्फ महेश वर्मा उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।

दुर्ग में पुलिस ने पत्रवार्ता लेकर लूट की वारदात का खुलासा किया है। दुर्ग के आईजी हिमांशु गुप्ता, डीआईजी रतनलाल डांगी, रायपुर एसपी आरिफ शेख, दुर्ग एसपी प्रखर पांडेय सहित कई अन्य पुलिस अफसरों की मौजूदगी में पूरी लूट की वारदात का खुलासा किया गया।

पुलिस के अनुसार 9 दिन पहले 5 मार्च को दोपहर पावर हाउस के जलेबी चौक, भिलाई पर कैशियर आशीष वर्मा से उस वक्त कट्टे की नोक पर लूट हो गई थी, जब वो बैग में रकम लेकर बैंक में जमा कराने जा रहा था। रास्ते में बाइक सवार लूटेरों ने पहले तो आशीष को बाइक से धक्का मारकर गिरा दिया और फिर 3 राउंड फायर कर रुपए से भरा बैक लेकर फरार हो गए। इस घटना के बाद आईजी हिमांशु गुप्ता, डीआईजी रतनलाल डांगी, एसपी प्रखर पांडेय सहित तमाम शीर्ष अफसर मौके पर पहुंचे, लेकिन मौके पर खाली खोखे को छोड़कर दूसरा कोई सुराग नहीं दिख पा रहा था। इस घटना को लेकर आईजी हिमांशु गुप्ता ने लूटेरों का सुराग बताने वालों को 50 हजार रुपए के इनाम का भी ऐलान किया था। इस दौरान आईजी के निर्देश पर एसपी प्रखर पांडेय ने पुलिस अफसरों की अलग-अलग टीम तैयार की और अलग-अलग ऐंगल पर जांच शुरू कराई। इस दौरान पुलिस को घटनास्थल पर बाइक की मौजूदगी की सबूत मिले, घटनास्थल पर टायर के निशान ने भी दावा मजबूत किया कि आरोपी बाइक पर सवार थे।

पड़ताल के दौरान पुलिस ने दुर्ग और आसपास हुई कई लूट के तार से भी जोड़कर पूरे घटना की जांच शुरू की। सीसीटीवी की मदद से बाइक की भी तलाश शुरू हुई। सीसीटीवी में बाइक के सबूत इकठ्ठा करने के बाद पुलिस को इस बात का अहसास हो गया कि इस पूरे घटना में बाहरी गिरोह का हाथ है, लेकिन दुर्ग में इसके तार जुड़े रहने से भी इंकार नहीं किया गया। लिहाजा बिहार, झारखंड, यूपी, महाराष्ट्र और ओडिशा पुलिस पार्टी को भेजा गया।

सूत्रों के अनुसार पुलिस को भिलाई के दो आरोपियों की जानकारी मिली। पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो पूरी जानकारी उन्होंने सामने रख दी। पुलिस ने आरोपी देवी प्रसाद बसोर और मनीष बंसोर के पास से बाइक, एक पिस्टल, 4 जिंदा कारतूस, एक देशी कट्टा, 5 जिंदा कारतूस और लूटी गई रकम में से 1 लाख 10 हजार रुपए नकद बरामद किए।

पुलिस के अनुसार दोनों आरोपियों की निशानदेही पर उत्तरप्रदेश से भी एक आरोपी संजय को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी संजय की गिरफ्तारी से कई राज खुले हैं। उसके कुछ और साथियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

पुलिस के अनुसार आरोपियों ने वर्ष 2015 में कोहका स्थित पेट्रोल पंप लूट, वर्ष 2018 में ईरानी डेरा दुर्ग के पास 5 लाख की लूट की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। दुर्ग पुलिस को अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करने में बेहद ही अहम सफलता प्राप्त हुई है। इस महत्वपूर्ण मामले को सुलझाने के लिए पुलिस महानिदेशक द्वारा दुर्ग पुलिस को 2 लाख का इनाम देने की घोषणा की गई है।

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