पटना (एजेंसी)। बिहार कांग्रेस के चुनिंदा कार्यकर्ताओं ने आज पटना में कांग्रेस दफ्तर में राहुल गांधी को खून से खत लिखा। ये खत राहुल गांधी के अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए लिखा गया। पटना के सदाकत आश्रम में कार्यकर्ताओं ने पहले सिरिंज से खून निकलवाया फिर उसमें पेन डुबोकर चिठ्ठी लिखी। करीब पंद्रह कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी को अलग-अलग चिठ्ठी लिखी। बता दें कि राहुल गांधी अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं।
युवा कंग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कुमार आशीष ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी बने रहें। एक महीने हो गए अभी तक उन्होंने अपने निर्णय को वापस नहीं लिया है। बिहार के युवा नेता रक्तपत्र भेजकर उनसे आग्रह कर रहे हैं कि आप अपने निर्णय पर पुनर्विचार कीजिए. उनके सिवाय राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में और कोई स्वीकार नहीं है।
कुमार आशीश ने कहा, “पत्र में सभी लोगो ने अलग-अलग ढंग से अपना विचार रखा है। मैंने लिखा है कि आदरणीय राहुल भैया कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में दूसरा कोई पसंद नहीं है। वी लव यू राहुल जी। ये मैंने लिखा है, बाकी लोगों ने भी अपने-अपने तरीके से लिखा है।”
कुमार आशीष ने आगे कहा, “हमलोग अपना मैसेज देना चाहते हैं राहुल जी को कि बिहार में ही नहीं बल्कि पूरे देश में युवा आपके साथ तैयार हैं। एक एक कतरा खून का भी हमारे शरीर से चला जाये तब भी हम पार्टी के लिए खड़े हैं। सच्चाई के रास्ते पर हम चलेंगे। आप रहें और हम आपके पीछे चलकर कांग्रेस को आगे बढ़ाएंगे।”
बिहार एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष चुन्नू सिंह ने कहा, “ये जवानी है कुर्बान राहुल गांधी तेरे नाम। पूरे बिहार के युवाओं की तरफ से राहुल जी के नाम रक्तपत्र भेजा जा रहा है। इसका कारण है कि राहुल गांधी ने सिखाया कि सच के लिए लड़ो, झूठ के खिलाफ लड़ो। राहुल जी ने हमे लड़ना सिखाया। हो सकता है इस चुनाव में परिणाम हमारे अनुकूल नहीं रहे लेकिन पूरे देश के नौजवान जानते हैं कि इस देश को आगे बढ़ाने की क्षमता सिर्फ राहुल जी में हैं और हम जैसे नौजवानों का मानना है कि आप नेतृत्व करें हम संघर्ष के लिए तैयार हैं। हम जरूर लड़ेंगे और जीतेंगे।”
बाद में सभी युवा नेताओं ने अपने रक्तपत्र प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा को सौंप दिया। मदन मोहन झा ने कहा, “इस पत्र को लेकर क्या असर होगा ये तो नहीं बता सकते। इससे बड़ा कोई अनुरोध हो नहीं सकता है। मेरा मानना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष इनकी भावना पर जरूर विचार करेंगे।”