पटना (एजेंसी)। दरभंगा से लोकमान्य तिलक टर्मिनल जाने वाली पवन एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में एक यात्री ने दूसरे यात्री की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। हत्या का कारण सीट पर बैठने का विवाद बताया जा रहा है। दरभंगा निवासी मृतक अपने भाई और चाचा के साथ मुंबई जा रहा था।
मृतक के भाई ने बताया कि मुजफ्फरपुर में ही दूसरे यात्री से पहले से भरी हुई सीट पर जबरन जगह देने का विवाद हुआ था। ट्रेन में मौजूद पुलिस ने उस यात्री को पकड़ा भी था, लेकिन हाजीपुर के बाद उसे पुलिस ने छोड़ दिया। जब ट्रेन छपरा कचहरी से छपरा जंक्शन की तरफ चली है तो लोगों ने कहा कि बाथरूम के पास किसी को चाकू मार दिया, तब मैंने जाकर देखा तो मेरा भाई वहां घायल पड़ा था।
उसके बाद छपरा जंक्शन पर पुलिस ने हमसब को उतारा। इतनी बड़ी घटना होने के बाद जब जीआरपी SHO से इस बाबत जानकारी लेने की कोशिश की गई तो वह कैमरा से भागते और मुस्कराते नजर आए। इससे समझा जा सकता है कि अपराध होने पर ये कितने गंभीर है।
मृतक के भाई सुनील कांति ने बताया, ‘हमलोग दरभंगा से मुंबई कमाने जा रहे थे। मुजफ्फरपुर में एक लड़का हमलोग के पास पहले से भरी हुई सीट पर जबरन बैठना चाहता था। उसको हम लोगों ने मना किया। उसने धमकी भी दी। फिर बाद में उसे पुलिस वाले पकड़ लिए।
उन्होंने बताया कि हाजीपुर तक वो लड़का पुलिस के पास था, लेकिन पुलिस उसे छोड़कर चली गई। जैसे ही छपरा कचहरी से छपरा जंक्शन की तरफ बढ़ी, उसी समय बाथरूम के पास मेरे भाई की हत्या कर दी गई।’ जीआरपी के एएसआई संजीत कुमारन से इस मामले में जब पूछा गया तो उन्होंने इतना ही कहा कि जब छपरा ट्रेन आई तो ट्रेन के गार्ड ने हत्या के बारे में बताया। जनरल बोगी में हत्या हुई है। सीट पर बैठने के विवाद में वारदात हुई है। ऐसा लग रहा है कि बिहार में कानून का खौफ अपराधी मानसिकता के लोगों के मन से एकदम गायब हो गया है, तभी एक मामूली से विवाद की कीमत एक यात्री को जान देकर चुकानी पड़ रही है।