बिहार चुनाव 2020 : बिहार चुनाव के रुझानों में एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर हो रही है. रुझानों में पहले महागठबंधन ने बहुमत हासिल कर लिया था, अब नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है. ताजा रुझानों के अनुसार, एनडीए को 125 सीटों पर बढ़त मिल गई है और महागठबंधन गिरकर 109 सीटों पर आ गया है. बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटों में से बहुमत हासिल करने के लिए 122 सीटे चाहिए.
ताजा रुझानों के मुताबिक, मधेपुरा से पप्पू यादव पीछे चल रहे हैं. गया शहर से बीजेपी के प्रेम कुमार आगे चल रहे हैं. शिवहर से आरजेडी के चेतन आनंद आगे चल रहे हैं. पटना साहिब से बीजेपी के नंदकिशोर यादव आगे चल रहे हैं. राघोपुर से आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आगे चल रहे हैं. हसनपुर से आरजेडी नेता तेज प्रताप भी आगे चल रहे हैं.
बिहार के चुनाव नतीजों पर शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय राउत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि लगता है अब लोग बिहार में जंगलराज खत्म कर रहे हैं. राज्य में अब तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनेगी. कोरोना वायरस महामारी को खत्म करने के लिए सरकार नाकाम रही है, इसलिए जनता इस बार नाराज दिखाई दे रही है.
एबीपी न्यूज सी वोटर के एग्जिट पोल में एनडीए को 104 से 128 सीटों, महागठबंधन को 108 से 131 सीटें और एलजेपी को एक से तीन सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था. वहीं अन्य के खाते में चार से आठ सीटें जा सकती हैं. एग्जिट पोल सामने आया है कि इस बार बिहार चुनाव में वोटर्स ने बदलाव की बयार लाने का मन बना लिया है.
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी को सबसे ज्यादा 80 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं दूसरे नंबर पर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू थी, जिसे 71 सीटें हासिल हुई थी. इसके अलावा बीजेपी को 53, कांग्रेस को 27, एलजेपी को 2, आरएलएसपी को 2, हम को 1 और अन्य के हिस्से में 7 सीटें गई थी. 2015 में नीतीश कुमार की जेडीयू, लालू प्रसाद यादव की आरजेडी और कांग्रेस ने महागठबंधन बनाकर बीजेपी, आरएलएसपी और एलजेपी के गठबंधन पर जीत हासिल की थी.
बिहार में तीन चरणों 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को मतदान हुआ था. आज सभी चरणों में हुए मतदान को लेकर मतों की गिनती हो रही है. आज यह तय हो जाएगा कि अगले पांच सालों तक बिहार की सत्ता किसके पास होगी. बिहार राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, पूर्वी चंपारण, सीवान, बेगूसराय और गया में तीन-तीन नालंदा, बांका, पूर्णिया, भागलपुर, दरभंगा, गोपालगंज, सहरसा में दो-दो मतगणना केंद्र बनाए गए हैं.