बिहार: कोरोना के बीच में बिहार में चुनावी नारों का शोर, वर्चुअल रैली और बूथ मैनेजमेंट में जुटी पार्टियां

पटना: कोरोना काल से जूझ रहे बिहार में अब बिहार की गलियों में चुनावी नारे का शोर सुनाई देने लगा है. बीजेपी और जेडीयू दोनों पार्टियां वर्चुअल रैली के ज़रिए कार्यकार्ताओं और बूथ मैनेजमेंट करने में लगी हुई हैं. जन-जन में लालू, कण -कण में लालू नारे के तौर पर जेडीयू ने काट निकाला है. मैं भी हूँ नीतीश कुमार. जेडीयू के सांसद और राष्ट्रीय महासचिव आर सी पी सिंह ने कहा कि हर दरवाजे पर जेडीयू के कार्यकर्ता बोलेंगे मैं भी हूँ नीतीश कुमार.

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के मद्देनजर जेडीयू ने शनिवार को नया पोस्टर और स्लोगन जारी किया है. पोस्टर में नारा दिया गया है, “विकास पथ पर चल पड़ा बिहार, मैं उसकी ही कतार हूं, बिहार के विकास में, मैं छोटा सा भागीदार हूँ, हां मैं नीतीश कुमार हूं”. पार्टी के इसी स्लोगन को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार और नीतीश कुमार पर हमला बोल रही हैं.

बिहार में पार्टियां फुल ऑन चुनावी मूड में आ गई है. वर्चुअल रैलियों का दौर चालू है, साथ ही अब पार्टियां चुनाव के लिए नए-नए नारे भी देने लगी हैं. इसी क्रम में बिहार में कोरोना से त्राहिमाम के बीच जेडीयू ने विधानसभा चुनाव के लिए नया नारा दिया. नारा देना था कि विपक्षी पार्टियां जेडीयू पर टूट पड़ी. विपक्ष जेडीयू के नए नारे को लेकर पार्टी और सूबे के मुखिया सीएम नीतीश को घेर रही है.

जेडीयू और सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जेडीयू की ओर से जो पोस्टर लगाया गया है, यह ठीक जानता ने जो पोस्टर लगाया है उसके विपरित है. बिहार की जनता पोस्टर लगा रही है कि बर्बादी की पथ पर खड़ा बिहार है, मैं उसका कतार हूं, इसके लिए मैं जिम्मेदार हूं, जनता का मैं गुनाहगार हूं, हां, मैं ही नीतीश कुमार हूं. यही बिहार की जनता पोस्टर लगा करके जेडीयू को जवाब दे रही है. जेडीयू के लोगों को इसका जवाब देना चाहिए कि बिहार में हाहाकार क्यूं मचा है. “बिहार में हाहाकार है नीतीश कुमार है.”

कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि बिहार सरकार की जितनी तैयारी और फोकस चुनाव पर है, उसका 10 परसेंट भी अगर कोरोना से लड़ाई में रहता तो आज हमें यह दिन देखने को नहीं मिलता. एक के बाद एक हॉस्पिटल से वीडियो जारी हो रहा ,है जो मन की विचलित कर देता है. आपके मन को भी विचलित कर देता होगा. आज भी बिहार सरकार से उम्मीद है कि वो जितनी ताकत चुनाव और उसकी तैयारी में लगा रहे हैं, उसका 10 प्रतिशत भी कोरोना से लड़ाई में लगाए.

उन्होंने आगे कहा कि एक नीति बनाइये कैसे कोरोना से लड़ा जाए. चूंकि कोरोना फैल चुका है, समाज में जा चुका है. अब भी आप घर में छुपे रहिएगा हाथ पर हाथ रखे रहिएगा सिर्फ अधिकारियों पर बिहार को छोड़ दीजियेगा तो मुझे नहीं लगता है कि हम कोरोना से लड़ पाएंगे. परिस्थिति आ गई है कि हम सबको कोरोना से मिलकर लड़ना पड़ेगा नहीं तो इसी तरह सैकड़ों वीडियो एक के बाद एक हॉस्पिटल से जारी होता रहेगा और हम सब विचलित होते रहेंगे. इसलिए नीतीश जी अभी वक़्त है कि हम सब मिलकर कोरोना से लड़ें.

इधर, पार्टी और सीएम नीतीश की बचाव में उतरे जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड ने बिहार के तमाम बड़बोले और ब्यानबाज विपक्षी नेताओं को अत्यंत विनम्रता के साथ इस पोस्टर के जरिए एक जवाब दे दिया है. बिहार की जनता निश्चित तौर पर इस पोस्टर में जिस भावना को व्यक्त किया गया है, उससे शत प्रतिशत सहमत है.

राजीव रंजन ने कहा बिहार का जो यह 15 वर्षों का अभूतपूर्व, अद्भुत अप्रतिम विकास है, विकास की महायात्रा का जो यह स्वर्णिम पड़ाव है, निःसंदेह बिहार के लोकप्रिय, ओजस्वी और दूरदर्शी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अदम्य इक्षाशक्ति, संकल्प और उनकी अद्भुत दृष्टि से संभव हुआ है. यह गागर में सागर भरने जैसी बात है और इसका मर्म विपक्ष के नेताओं को समझ में आएगा तब वो बिहार की जनता के भावनाओं के साथ खुद को जोड़ पाएंगे.

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