नई दिल्ली (एजेंसी)। देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) 250 से ज्यादा अकाउंट को नीलाम करने का ऐलान किया है। एसबीआई के अलावा ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) भी 10 से ज्यादा बैंक खातों की बिक्री करना चाहता है। इन खातों के जरिए ये दोनों बैंक करीब 5,740 करोड़ रुपये की वसूली करेंगे। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि कौन से बैंक खातों की बिक्री होने वाली है।
दरअसल, एसबीआई की ओर से 281 छोटे और मंझोले उद्यमों (एसएमई) खातों को बिक्री के लिए रखा है। ये खाते उन कंपनियों से जुड़े हैं जिन पर 50 करोड़ रुपये तक का बकाया है। इन कंपनियों पर कुल बकाया 4,666.50 करोड़ रुपये है। बैंक को इन अकाउंट के जरिए ब्याज समेत 4,975 करोड़ रुपये की वसूली करनी है।
इसके अलावा, एसबीआई तीन अन्य खातों की भी बिक्री करेगा। इनमें डेनिस स्टील्स प्राइवेट लिमिडेट (258.73 करोड़ रुपये), शिवा स्पेश्यिलिटी यार्न (37.90 करोड़ रुपये) और बंसीधर स्पीनिंग एंड वीविंग्स मिल्स लिमिटेड (11.73 करोड़ रुपये) शामिल हैं। वहीं ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स 13 खातों की बिक्री करना चाहता है। इनमें कुल 764.44 करोड़ रुपये का बकाया है।
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की ओर से जिन अकाउंट की बिक्री की जारी है उनमें बड़ी संख्या में छोटे और मंझोले उद्यमों (एसएमई) के खाते हैं। ये अकाउंट नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) की कैटेगरी में आ गए हैं। आसान भाषा में समझें तो इन खाताधारकों ने बैंक से कर्ज तो लिए लेकिन समय रहते चुकाया नहीं है। ऐसे अकाउंट को बैंक ने एनपीए की कैटेगरी में रख दिया और बकाया राशि वसूलने के लिए नीलामी का फैसला किया है।
इस नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए एसबीआई ने संपत्ति पुनर्गठन कंपनियों (एआरसी) और वित्तीय संस्थानों को आमंत्रित किया है। बता दें कि एसबीआई खातों के लिए ई-बोली 27 फरवरी को होगी जबकि ओबीसी की ई-बोली 25 फरवरी को प्रस्तावित है।