कानपुर: चौबेपुर के बिकरू गांव में शूटआउट को छह दिन हो गए. गैंगस्टर विकास दुबे अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है. यूपी, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, हरियाणा में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है. इन राज्यों में पुलिस विकास दुबे और उसके गुर्गों की तलाश कर रही है. मंगलवार सुबह से लेकर बुधवार सुबह तक इस मामले पर क्या-क्या हुआ, यहां हम आपको बता रहे हैं..
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बुधवार सुबह हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर विकास दुबे का दाहिना हाथ माना जाने वाला अमर दुबे को मार गिराया. अमर ने पिछले शुक्रवार को आठ पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद से ही विकास दुबे कानपुर पुलिस के लिए मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शुमार है.
बुधवार सुबह ही इस मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गैंगस्टर के एक और साथी श्यामू बाजपेयी गिरफ्तार किया है. मुठभेड़ में वह घायल हो गया है. श्यामू बाजपेयी के ऊपर भी 25 हजार रुपये का इनाम है. गिरफ्तार किए जाने वाले विकास दुबे गिरोह का दूसरा सदस्य श्यामू है, इससे पहले दया शंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया गया था.
मंगलवार को विकास को फरीदाबाद के एक होटल में देखा गया था, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह फरार हो गया. दावा है कि होटल की सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा शख्स विकास दुबे है. वो बड़खल मोड के एक ओयो होटल के बाहर दिखा था.
एसटीएफ ने मध्य प्रदेश के शहडोल से विकास के साले ज्ञानेंद्र को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने ज्ञानेंद्र को रात को ही थाने बुला लिया था. बुधवार की सुबह एसटीएफ ज्ञानेंद्र को अपने साथ ले गई.
इससे पहले चौबेपुर थाने के करीब 68 पुलिसकर्मियों को मंगलवार देर रात लाइन हाजिर किया गया. बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद से थाने के कर्मचारी संदेह के घेरे में आ गए हैं.
कानपुर के पूर्व एसएसपी औरल एसटीएफ के डीआईजी अनंत देव तिवारी को चौबेपुर के थाना प्रभारी का बचाव करने को लेकर संदिग्ध रवैये के कारण पीएसी मुरादाबाद में ट्रांसफर कर दिया गया.
पुलिस मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे की भी तलाश कर रही है. बताया जाता है कि आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के कुछ ही देर बाद ऋचा दुबे अपने बेटे के साथ बिकरू गांव में स्थित घर छोड़कर भाग गई थी.
मंगलवार को 10 कांस्टेबलों की चौबेपुर पुलिस स्टेशन में तैनाती की गई है. सभी सिपाही पुलिस लाइन से चौबेपुर थाने भेजे गए. आईजी रेंज कानपुर के अनुसार चौबेपुर थाने का पूरा स्टाफ कानपुर एनकाउंटर के मामले में जांच के दायरे में है.