कोच्चि (एजेंसी)। केरल में एक बार फिर निपाह वायरस का प्रकोप फैलता दिख रहा है। यहां के कोच्चि में एक छात्र को निपाह वायरस की चपेट में बताया जा रहा, जिसके बाद पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) ने जांच के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव बताया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने भी कोच्चि के एर्नाकुलम के छात्र के निपाह वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की है। इधर, केंद्र सरकार भी केरल सरकार से संपर्क में बनी हुई है और हर संभव मदद करने को आश्वस्त किया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने कहा कि उन्होंने केरल की स्वास्थ्य मंत्री से बात की है और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। हमलोग वन विभाग से भी संपर्क में हैं, ताकि चमगादड़ों में निपाह वायरस का पता लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि सुबह में अपने आवास पर स्वास्थ्य सचिव समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इससे पहले सोमवार को ही छह अधिकारियों की टीम को केरल भेजा जा चुका है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कहा कि छात्र जिन 86 लोगों के संपर्क में आया, उनकी सूची तैयार कर ली गई है और वे चिकित्सीय निगरानी में हैं। केरल के स्वास्थ्य विभाग ने निपाह के प्रकोप से निपटने के लिए एहयतियाती उपाय करना शुरू कर दिए हैं। शैलजा ने तिरुवनंतपुरम में कहा कि कोच्चि के कलामसेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अलग वार्ड बनाए गए हैं।
इस बीमारी के लक्षण हैं सिर दर्द और तेज बुखार। हालत ज्यादा खराब हो तो मरीज कोमा में भी जा सकता है। इसकी कोई वैक्सीन भी नहीं है। ये वायरस बीते साल मई में भी फैला था। जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में मरीजों का इलाज करने वाली नर्स भी शामिल थी।