लखनऊ (एजेंसी). नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन के खिलाफ शासन ने कड़ी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार प्रदर्शनों के बाद अब तक 113 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जानकारी के अनुसार मऊ में 157 नामजद और 1042 अज्ञात पर एफआईआर दर्ज की गई है. मऊ में 19 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें से 9 पर रासुका लगाने की तैयारी है. वहीं लखनऊ में 5 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले भी 4 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
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उधर बाराबंकी में 40 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई, हरदोई में 14 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. इसी तरह से संत कबीर नगर में 15 नामजद, 25 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. प्रतापगढ़ में एआईएमआईएम के 5 नेता जेल भेजे गए. वहीं आगरा में 5, मथुरा में 38, पीलीभीत में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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अपर पुलिस महानिदेशक आशुतोष पांडेय के अनुसार अगले आदेश तक मऊ शहर के सभी मदरसे और स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और शहरी इलाके की दुकानें भी फिलहाल बंद हैं. उन्होंने बताया कि जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है और रेलवे स्टेशन तथा बस स्टैण्ड पर भी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं.
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गौरतलब है कि सोमवार शाम मऊ जिले में संशोधित नागरिकता कानून और जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में छात्रों पर पुलिस कार्रवाई के खिलाफ स्थानीय लोगों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए दक्षिण टोला थाने को आग के हवाले करने की कोशिश की थी. उपद्रवियों ने थाने के कम्प्यूटर कक्ष में जबरदस्त तोड़फोड़ की थी.
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