नई दिल्ली (एजेंसी)। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में सेंटर ऑफ जर्मन स्टडीज के बीए प्रथम वर्ष के छात्र से रैगिंग का मामला सामने आया है। यह रैगिंग इसलिए और भी चर्चा में है क्योंकि यह एक खास राज्य का निवासी होने के कारण छात्र से की गई है। पीड़ित छात्र का आरोप है कि एक पीएचडी स्कॉलर ने उसके साथ मारपीट की और कान पकड़वाकर उठक-बैठक भी लगवाई। बताया जा रहा है कि यह घटना 18 जुलाई की है।
यह मामला तब सामने आया जब पीड़ित छात्र ने जेएनयू की एंटी रैगिंग कमेटी और वसंत कुंज उत्तर थाना पुलिस में शिकायत दी। हालांकि पुलिस ने आरोपी पीएचडी छात्र पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
बिहार के मूल निवासी पीड़ित छात्र ने बताया कि उसने जेएनयू के सेंटर ऑफ जर्मन स्टडीज के बीए के कोर्स में 10 जुलाई को दाखिला कराया था। 8 दिन बाद यानी 18 जुलाई को उसके पास सेंटर ऑफ इंग्लिश स्टडीज का एक पीएचडी का छात्र अपने दो साथियों के साथ आया।
आरोपी ने पीड़ित के पास पहुंचकर उससे उसके घर का पता पूछा। जब पता चला कि वह बिहारी है तो आरोपी उसे गाली देने लगा। उसने पीड़ित को धमकाया कि ठीक से रहा करो यह दिल्ली है। इसके बाद आरोपी ने पीड़ित को थप्पड़ भी मारे।
यह रैगिंग यहीं नहीं रुकी आरोपी ने पीड़ित छात्र को उठक-बैठक भी लगवाई और कहा कि अगली बार मिलो तो नाक रगड़कर प्रणाम करना। बता दें कि 20 जुलाई को पीड़ित छात्र ने इस बारे में ट्वीट भी किया था, जिसमें उसने मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल और नित्यानंद राय समेत जेएनयू के वीसी को भी टैग किया।