नई दिल्ली (एजेंसी)। बैंकों से धोखाधड़ी पर देश भर में एक साथ छापेमारी की कार्रवाई की गई, जिसकी रूपरेखा दिल्ली में सीबीआई के निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला की देखरेख में बनाई गई। कई बैंकों की शिकायतों के आधार पर सीबीआई की विभिन्न इकाइयों के 300 से ज्यादा अधिकारियों ने देश के 61 ठिकानों पर छापेमारी की। मुंबई में भारी बारिश और जल जमाव के बावजूद जांच अधिकारियों ने भगोड़े हीरा कारोबारी जतिन मेहता से जुड़ी कंपनी विनसम के निदेशकों और प्रमोटरों के ठिकानों पर छापेमारी की। मेहता के खिलाफ अब तक 16 एफआईआर दर्ज हो चुकी है। वह बैंकों से 6500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोपी है। सीबीआई छापेमारी के दौरान शाम तक कंपनियों के खिलाफ 17 एफआईआर दर्ज कर चुकी थी। अधिकारियों का कहना है कि इसकी संख्या और बढ़ सकती है।
एग्जिम बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, एसबीआई, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, कॉर्पोरेशन बैंक, यूनियन बैंक, सिडबी, बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक की शिकायत पर छापेमारी की गई है। जतिन मेहता की कंपनी विनसम पर एग्जिम बैंक का 202 करोड़ बकाया है। मुंबई की ही सुपमाड ट्रेडिंग प्राइवेट लि. पर 57 करोड़ और आसुति ट्रेडिंग प्राइवेट लि. पर यूनियन बैंक का 50 करोड़ बकाया है। एसके निट इंडिया लि. पर बैंक ऑफ इंडिया से 91.36 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप है। जेना बिल्डर और अन्य के खिलाफ 24.17 करोड़ रुपये के नुकसान का केस भी दर्ज किया गया है।
वहीं एसबीआई की शिकायत पर सुप्रीम टैक्स मार्ट लिमिटेड पर केस दर्ज किया गया है। एसबीआई की ही शिकायत पर एजन बैट्री के खिलाफ 98.75 करोड़ की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की गई है। जबकि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर राम नंदी होटल एंड रिजॉर्ट्स कंपनी के खिलाफ 131.79 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
कॉर्पोरेशन बैंक की शिकायत पर नेफ्टो गैस इंडिया प्राइवेट लि. और 9 अलग-अलग लोगों के खिलाफ 93 करोड़ रुपये के नुकसान का केस दर्ज किया गया है। यूनियन बैंक की शिकायत पर एसएल कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लि. के खिलाफ 55 करोड़ रुपये के नुकसान का केस दर्ज किया गया है। यूनियन बैंक की शिकायत पर ही संप्राश फूड्स लि. के खिलाफ 60 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
वहीं सिडबी की शिकायत पर इंटरनेशनल मेगा फूड पार्क लि. के खिलाफ 40 करोड़ 17 लाख, बैंक ऑफ बड़ौदा की शिकायत पर रंजीत ऑटोमोबाइल्स एमपी नगर (भोपाल) 34.36 करोड़ की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की गई है। इसी बैंक की शिकायत पर जल्पा टेक्सटाइल प्राइवेट लि. पर 28 करोड़ के नुकसान का केस दर्ज हुआ है। जबकि केनरा बैंक की शिकायत पर 5 करोड़ 21 लाख के नुकसान की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।