दिवाली 2020 : लक्ष्मी जी की बरसेगी कृपा, इन बातों का रखें ध्यान

दिवाली 2020: दिवाली का पर्व पंचांग के अनुसार 14 नवंबर को मनाया जाएगा. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या की तिथि को दिवाली का पर्व मनाया जाता है. दिवाली के पर्व की जाने वाली मां लक्ष्मी की पूजा धन की कमी को दूर करती है और जीवन में सुख शांति प्रदान करती है.दिवाली पर कुछ आसान और सरल उपाय कर जीवन में आने वाली धन संबंधी दिक्कतों को दूर किया जा सकता है.

पंचांग के अनुसार इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग में दिवाली का पर्व मनाया जाएगा. पंचांग के अनुसार 13 नवंबर 2020 को प्रदोषकाल में धनतेरस है. 14 नवंबर 2010 दिवाली का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन महालक्ष्मी पूजन के समय स्वाति नक्षत्र रहेगा. इस दिन सूर्य और चंद्रमा तुला राशि में रहेंगे और गुरु धनु राशि में रहेगें.

प्रदोषयुक्त अमावस्या की तिथि को स्थिर लग्न और स्थिर नवांश में लक्ष्मी पूजन करना अच्छा माना गया है. 14 नवंबर को प्रदोष काल शाम 5:33 से रात 8:12 तक रहेगा. इस दिन लक्ष्मी पूजन का उत्तम मुहूर्त शाम 5:49 से 6:02 बजे तक रहेगा.

लक्ष्मी जी को स्वच्छता अधिक पसंद है. इसलिए दिवाली से पूर्व घरों की साफ सफाई की जाती है. ऐसा माना जाता है कि जहां पर साफ सफाई होती है वहां लक्ष्मी जी का वास होता है. इसलिए दिवाली पर घर और ऑफिस की अच्छे ढंग से सफाई करनी चाहिए.

दिवाली से पहले स्टोर आदि की भी साफ सफाई करनी चाहिए. घर में जो भी गंदा, टूटा, खराब और पुरानी चीजें जो प्रयोग में नहीं आती हैं उन्हें हटा देना चाहिए. कभी कभी स्टोर और घर में रखी टूटी और पुरानी चीजों से भी नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है.

दिवाली की पूजा हमेशा स्वच्छ कपडें पहनकर ही करनी चाहिए. इस दिन पूजन से पूर्व स्नान करने के बाद स्वच्छ और नए वस्त्र धारण करने चाहिए. पीले और श्वेत वस्त्र पहन कर पूजा करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है.

दिवाली के दिन हर प्रकार की बुराई से बचना चाहिए. इस दिन लक्ष्मी जी भ्रमण करती हैं और अपनी भक्तों को आर्शीवाद प्रदान करती है. इस दिन मां लक्ष्मी का स्वागत किया जाता है. लक्ष्मी जी किसी भी रूप में आ सकती है. इसलिए वाणी को मधुर रखना चाहिए और क्रोध आदि नहीं करना चाहिए. इस किसी का अपमान भी नहीं करना चाहिए.

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