नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली के वसंत विहार हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बुधवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपी लड़के और लड़की को गिरफ्तार कर लिया है। क्राइम ब्रांच का कहना है कि लूटपाट की वजह से हत्या हुई थी। लड़की और उसके आशिक को गुड़गांव से गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि इस पूरे वारदात की साजिश मृतक बुजुर्ग शशि माथुर की एक सहेली की बेटी प्रीती ने अपने आशिक मनोज के साथ मिलकर रची थी। दोनों पिछले दो साल से लिव-इन में रह रहे हैं।
आशिक पहले भी अपनी पत्नी की हत्या के मामले में जेल जा चुका है। बता दें कि पुलिस इस पूरे मामले में सीसीटीवी फुटेज के सहारे ही आगे बढ़ रही है। सीसीटीवी में वारदात की रात तकरीबन 12 बजे एक महिला और पुरुष उसी बिल्डिंग में जाते दिखाई दिए थे, जिस बिल्डिंग के एक फ्लैट में मर्डर हुआ था। ये महिला और पुरुष बाइक पर आए थे, इसमें से पुरुष ने हेलमेट पहना हुआ था और दोनों रात के करीब 2 बजे वापस गए थे। जानकारी के अनुसार प्रीती का बुजुर्ग दंपती के घर में आना-जाना था। यह दोनों वारदात से कुछ दिन पहले भी बुजुर्ग दंपती के घर रेकी के लिए आए थे। जिसके बाद इन्होंने पूरी साजिश रची और 22 जून की रात इस घटना को अंजाम दिया।
बता दें कि रविवार को दिल्ली के वसंत विहार इलाके में तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इसमें अपराधियों ने बुजुर्ग दंपति और एक नर्स की गला रेतकर हत्या कर दी। हत्या की यह वारदात रविवार सुबह जानकारी में आई थी। घटना के बारे में दक्षिण पश्चिम दिल्ली के डीसीपी देवेंद्र आर्या का कहना है कि सुबह करीब 8 बजकर पचास मिनट पर घटना की कॉल मिली थी। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो पहले फ्लोर पर फ्लैट में तीन लाश मिली। इसमें दो बुजुर्ग दंपति और एक केयर टेकर महिला शामिल थे।
दक्षिण-पश्चिमी जिला डीसीपी देवेंद्र आर्या ने बताया था कि विष्णु स्वरूप माथुर (79) पत्नी शशि माथुर (75) के साथ वसंत विहार में रहते थे। विष्णु स्वरूप सीजीएचएस से फार्मासिस्ट के पद से रिटायर हुए थे, जबकि उनकी पत्नी एनडीएमसी से रिटायर हुई थीं। चलने-फिरने में असमर्थ होने के कारण शशि ने देखभाल के लिए करीब छह माह पहले नर्सिंग असिस्टेंट पौड़ी गढ़वाल (उत्तराखंड) निवासी खुशबू नौटियाल (23) को रखा था। रविवार सुबह जब नौकरानी बबली काम पर आई थी तो घर के दरवाजे पर बाहर से कुंडी लगी थी। उसने गेट को धक्का देकर अंदर प्रवेश किया तो देखा कि विष्णु माथुर व शशि के शव पलंग पर पड़े थे, जबकि नर्स का शव ड्राइंग रूम में पड़ा था।
तीनों की गला रेतकर हत्या की गई थी। उसने शोर मचाकर पड़ोसियों को बुलाया। इसके बाद करीब नौ बजे पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने दंपती की बेटी अनिता (50) की रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था। शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने लूटपाट से इंकार किया था, हालांकि अब आरोपियों के गिरफ्तार होने के बाद लूटपाट की ही वारदात सामने आ रही है।