दिल्ली वन-डे: उस्मान ख्वाजा का शतक, भारत को 273 का मुश्किल लक्ष्य

नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में खेले जा रहे अंतिम और निर्णायक मैच में उस्मान ख्वाजा के शानदार शतक के बूते ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 273 रन का लक्ष्य रखा। मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 9 विकेट के नुकसान पर स्कोरबोर्ड 272 पर रन टांगे। भारत की ओर से भुवनेश्वर कुमार ने 3 तो शमी-जडेजा ने 2-2 विकेट लिए। कुलदीप यादव के खाते में 1 विकेट आया। इसके पहले ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा 100 ने अपने करियर का दूसरा शतक लगाया। अपने जोड़ीदार कप्तान आरोन फिंच के साथ ख्वाजा ने ऑस्ट्रेलिया को अच्छी शुरुआत दिलाई। इसके पहले कि दोनों खतरनाक होते रविंद्र जडेजा ने 14.3 ओवर में आरोन फिंच (27) को क्लीन बोल्ड कर दिया।

इसके बाद दूसरे विकेट के लिए उस्मान ख्वाजा ने पीटर हैंड्सकॉम्ब (100) के साथ मिलकर 99 रन की साझेदारी की। इस बीच उन्होंने अपने करियर का दूसरा शतक भी लगाया, लेकिन शतक लगाते ही भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर वे अपना कैच विराट कोहली को थमा बैठे। पहला शतक भी ख्वाजा ने भारत के खिलाफ इसी सीरीज में तीसरे वन-डे के दौरान लगाया था।

इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को लगातार झटके लगे। भारत ने नए बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल को आउटकर मैच में जबरदस्त वापसी की। मैक्सवेल को भी जडेजा ने ही आउट किया और कैच विराट कोहली ने लपका। 36.2 ओवर में पीटर हैंड्सकॉम्ब के रूप में ऑस्ट्रेलिया का चौथा विकेट गिरा।

60 गेंदों में 52 रन बनाकर हैंड्सकॉम्ब मोहम्मद शमी की गेंद पर ऋषभ पंत के द्वारा लपके गए। फिर चौथे वन-डे के हीरो रहे एश्टन टर्नर भी बड़ा स्कोर बनाने की फिराक में कुलदीप यादव की गेंद पर जडेजा के हाथों बाउंड्री पर लपके गए। 44.2 ओवर में मार्कस स्टोइनिस (20) फिर 45.5 ओवर में एलेक्स कैरी (3) जल्दी आउट हुए।

भारत के लिए यह मैच साख का सवाल बन चुकी है, क्योंकि 2015-16 के बाद से भारत अपने घर में कोई भी वनडे सीरीज नहीं हारा है। वहीं कोटला की सतह पिछले कुछ वर्षों में धीमी हो गई है, जिससे लक्ष्य रक्षा एक आकर्षक प्रस्ताव बन गया है। कोटला में एकदिवसीय मैचों में केवल दो बार  250+ रनों  का पीछा किया गया है – आखिरी बार वर्ल्ड कप 1996 में हुआ था जब श्रीलंका ने भारत के खिलाफ 274 रनों का पीछा किया था

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