जन्माष्टमी 24 को, संत महासभा ने की घोषणा, पूजन का मुहूर्त- रात 12: 01 बजे से

रायपुर (अविरल समाचार/JNS)। भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव 24 अगस्त को मनाया जाएगा। मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद यानी कि भादो माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। रोहिणी नक्षत्र के अनुसार 24 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी है। वहीं स्मार्त सम्प्रदाय 23 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएगा। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष शराब दुकाने बंद रखने का निर्णय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यादव समाज की मांग पर लिया हैं.
हिन्दू पंचांग के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी भद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानी कि आठवें दिन मनाई जाती है। ज्योतिषियों के अनुसार तिथियों को लेकर जो असमंजस की स्थिति होती है, वह सम्प्रदाय को लेकर है। वैष्णव सम्प्रदाय को मानने वाले भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव रोहिणी नक्षत्र के हिसाब से मनाते हैं। इस लिहाज से इस साल 24 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। वहीं स्मार्त सम्प्रदाय के समर्थक अष्टमी तिथि के हिसाब से 23 अगस्त को भगवान का जन्मोत्सव मनाएंगे। अष्टमी तिथि 23 अगस्त को प्रात: 3.47 से आरंभ होगी। वहीं इसका समापन 24 अगस्त को रात 4.16 मिनट पर होगा। प्रदेश सरकार ने 24 अगस्त को ही जन्माष्टमी पर सरकारी अवकाश घोषित किया है।

रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ- 24 अगस्त 2019 की सुबह 03 बजकर 48 मिनट से।

रोहिणी नक्षत्र समाप्त- 25 अगस्त 2019 को सुबह 04 बजकर 17 मिनट तक।

पूजा मुहूर्त- रात 12: 01 बजे से 12:45 बजे तक

संत महासभा ने 24 को जन्माष्टमी मनाने की घोषणा की

संत महासभा ने स्पष्ट कर दिया है कि छत्तीसगढ़ में 24 अगस्त को ही जन्माष्टमी मनाई जाएगी। ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार भगवान् श्रीकृष्ण का प्राकट्य भादों कृष्णपक्ष, रोहिणी नक्षत्र, वृष राशि के चन्द्र तथा सिंह राशि के सूर्य आदि में हुआ। अत: इसके अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी 24 तारीख को ही मनाई जाएगी। इसमें संत महासभा के प्रमुख स्वामी राजेश्वरानंदजी , आचार्य घनश्याम शर्मा, आचार्य जुगल किशोर शर्मा, आचार्य कीर्ति भूषण पांडे, आचार्य शशिकांत पांडे, आचार्य ललित पांडे, आचार्य हिमांशु पांडे आदि ब्राह्मण विदों ने एक बैठक में यह निर्णय लिया।

जन्माष्टमी पर छत्तीसगढ़ में शराब नहीं बिकेगी

जन्माष्टमी पर इस साल शराब दुकानें बंद रहेगी। यादव समाज द्वारा जन्माष्टमी पर शराब दुकानें बंद रखे जाने की मांग पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी सहमति दे दी है। संतमहासभा ने इस फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया है।

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