मुंबई (एजेंसी)। जनता के पैसे का कथित दुरुपयोग करने को लेकर इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (आईएचएफएल) के चेयरमैन और निदेशकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई। आरोप है कि 98,000 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है। याचिका में कहा गया है कि इंडियाबुल्स के चेयरमैन समीर गहलोत और अन्य निदेशकों ने निजी फायदे के लिए हजारों करोड़ रुपये की बेईमानी की है। आईएचएफएल के अंशधारक और याचिकाकर्ता अभय यादव ने आरोप लगाया है कि गेहलोत ने स्पेन स्थित एनआरआई हरीष फबियानी की मदद से कई मुखौटा कंपनियां बनाईं। इन बेनामी कंपनियों को आईएचएफएल ने बड़े-बड़े लोन दिए।