रायपुर (अविरल समाचार). तत्कालीन बीजेपी सरकार में कागज पर बनी एक संस्था के नाम पर हुए एक हजार करोड़ के घोटाले मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का बयान सामने आया है. उन्होंने सीबीआई (CBI) जांच का स्वागत करते हुए दो टूक कहा है कि यदि किसी ने कोई गलती की है, जो उसकी जांच होनी ही चाहिए. केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह को पक्षकार बनाए जाने और उनके नाम से एफआईआर किए जाने की खबरों को लेकर उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश को पढ़ने से यह स्पष्ट होता है कि कहीं भी रेणुका सिंह के खिलाफ एफआईआर किए जाने का जिक्र नहीं है.
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश में यह स्पष्ट है कि एफआईआर का आदेश रिस्पोडेंट नंबर 15 से 26 तक के लिए दिए गए हैं, जबकि रिस्पोडेंट नंबर 14 पर केंद्रीय मंत्री का नाम है. उनके नाम पर याचिकाकर्ता ने किसी तरह की अपील नहीं की है. इसका जिक्र आदेश में दिखता है. रमन ने कहा कि यह 2004 का मामला है. हाईकोर्ट ने सीबीआई से जांच कराने का आदेश दिया है, यदि कोई कमी होगी तो जांच में दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाएगा.