नई दिल्ली(एजेंसी): गोल्ड के दाम भले ही तेजी हो और आम ग्राहक ज्वैलरी और गोल्ड नहीं पा रहे है. गोल्ड की मांग घट गई है. लेकिन गोल्ड लोन का मार्केट चमक गया है. मुथुट औैर मणप्पुरम जैसी गोल्ड लोन देने वाली कंपनी के अलावा बैंकों ने भी अपना गोल्ड लोन वर्टिकल को चुस्त दुरुस्त कर रखा है. इस वक्त आप गोल्ड लेना चाहते हैं तो आपके लिए इसके कुछ नियम और शर्तों को जानना जरूरी है.
सोने के लिए लोन-टू-वैल्यू (एलटीवी) रेशियो को 75 फीसदी से बढ़ाकर 31 मार्च 2021 तक के लिए 90 फीसदी कर दिया है. यानी अब आपको गोल्ड के 90 फीसदी कीमत तक लोन मिल सकता है. चूंकि बैंक और एनबीएफसी गोल्ड लोन पर अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन के मुकाबले कम ब्याज वसूल रहे हैं इसलिए भी कर्ज लेने वालों के लिए यह सुविधाजनक है. गोल्ड लेने वालों को अपने साथ गोल्ड या सिक्का लेकर कंपनी के पास जाना जरूरी नहीं है. कुछ बैंकों और गोल्ड कंपनियों ने घर पर एग्जीक्यूटिव भेजना शुरू किया है. सुरक्षा के लिहाज से यह अच्छा है.
गोल्ड लोन के लिए अप्लाई करने के लिए पहचान पत्र के तौर पर वोटर आई कार्ड, आधार या पैन देना होता है. एड्रेस प्रूफ के लिए बिजली या टेलीफोन बिल दे सकते हैं. इसके अलावा फोटोग्राफ भी देना होगा. बैंक के मांगने पर इनकम प्रूफ भी देना पड़ सकता है. अलग-अलग बैंक का हिसाब अलग है. आपको न्यूनतम 20 हजार रुपये से लेकर 25 लाख रुपये तक गोल्ड लोन मिल सकता है. लोन चुकाने की अवधि तीन महीने से लेकर तीन साल तक हो सकता है.
कुछ बैंक लोन की रकम पर 1.5 फीसदी तक प्रोसेसिंग फीस और जीएसटी लेते हैं. यह रकम आपको लोन की रकम मिलने से पहले चुकानी पड़ती है. बैंक प्रोसेसिंग चार्ज के अलावा वैल्यूएशन फीस भी लेते हैं, जैसे एचडीएफसी बैंक 1.50 लाख रुपये तक के लोन के लिए 250 रुपये और 1.5 लाख रुपये से ऊपर के लोन के लिए 500 रुपये चार्ज करता है. वैल्यूएशन फीस ऐसी फीस होती है जिसे बैंक आपके गोल्ड की वैल्यू निकालने के एवज में लेते हैं.
कोशिश करें कि एनबीएफसी की जगह सरकारी बैंकों से गोल्ड लोन लें. यहां ब्याज दरें कम होती हैं. प्राइवेट बैंक या एनबीएफसी साढ़े नौ से 12 फीसदी तक ब्याज लेते हैं. बैंक और एनबीएफसी सोने की शुद्धता चेक करते हैं. इसके बाद आपके सोने के गहनों की मार्केट वैल्यू लोन के आवेदन की तारीख को सोने के बाजार भाव के आधार पर तय की जाती है.