लखनऊ (एजेंसी). दिल्ली पुलिस की अभिरक्षा में तिहाड़ जेल से पेशी के लिए लखनऊ आए सीरियल किलर सोहराब को पुलिस ने बुधवार दोपहर पत्नी शन्नो और बहन यासमीन के साथ बिरयानी की दावत उड़ाते दबोच लिया। वह ऐशबाग स्टेशन के पास श्री होटल के एक कमरे में रुका था। दो अन्य कमरों में दिल्ली पुलिस के जवान भी आराम फरमा रहे थे। पुलिस टीम ने सोहराब, उसकी पत्नी, बहन और पुलिसकर्मियों के साथ होटल के मैनेजर अंकित मिश्रा को भी गिरफ्तार किया है। एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सोहराब को कमरा दिलाने वाले चारबाग के पार्किंग स्टैंड संचालक सोनू रावत की तलाश में दबिश जारी है। एएसपी पश्चिम ने बताया कि कुख्यात सोहराब को दिल्ली पुलिस का एएसआई, एक हेड कांस्टेबल व चार कांस्टेबल तिहाड़ जेल से कानपुर और लखनऊ में पेशी को लाए थे। बुधवार को कानपुर में पेशी के बाद वह लखनऊ आया, जहां बृहस्पतिवार को गैंगस्टर कोर्ट में हाजिर होना था।
दोपहर करीब तीन बजे सोहराब चारबाग के रिटायरिंग रूम से चला गया। एसएसपी कलानिधि नैथानी को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने एएसपी पश्चिम के साथ सीओ कैसरबाग, सीओ चौक और सीओ बाजारखाला को खोजबीन के निर्देश दिए।
पुलिस अधिकारियों के साथ नाका और अमीनाबाद कोतवाली की टीम ने श्री होटल से सोहराब को दबोच लिया। वह कमरा नंबर 206 में रुका था, जबकि कमरा नंबर 201 और 202 में दिल्ली पुलिस के जवान आराम फरमा रहे थे। सोहराब के साथ कमरे में पत्नी शन्नो और बहन यासमीन थी।
होटल के रजिस्टर की छानबीन में पता चला कि सोहराब व उसके साथ आए पुलिसकर्मियों ने आईडी नहीं लगाई थी। बिना आईडी के कमरा देने पर मैनेजर अंकित को गिरफ्तार कर लिया गया।
सोहराब ने बताया कि उसे सोनू रावत ने कमरा दिलाया था। पुलिस टीम पहुंची तो वह बाइक छोड़कर भाग निकला। सोहराब, उसकी पत्नी, बहन और दिल्ली पुलिस के सभी छह जवानों के साथ होटल मैनेजर के खिलाफ नाका थाने में एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।