गुज़ारे के लिए गोलगप्पे बेचते थे जयस्वाल
मुंबई (एजेंसी)। मुंबई (mumbai) के उदीयमान बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने बुधवार को प्रतिष्ठित विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy 2019) (50 ओवरों का मुकाबला) में दोहरा शतक जमाया है। इसके साथ ही उन्होंने कई कीvijayर्तिमान अपने नाम कर लिये। यशस्वी ने बेंगलुरु में झारखंड के खिलाफ जारी विजय हजारे ट्रॉफी के ग्viajरुप-ए के मैच में 203 रनों (154 गेंदों में) की दमदार पारी खेली।
उत्तर प्रदेश के भदोही के इस किशोर के लिए क्रिकेटर बनने की राह आसान नहीं रही। जब वह 2012 में क्रिकेट का सपना संजोए अपने चाचा के पास मुंबई पहुंचा, तो वह महज 11 साल का था। चाचा के पास इतना बड़ा घर नहीं था कि वह उसे भी उसमें रख सके। वह एक डेयरी दुकान में अपनी रातें गुजारता था। दो वक्त के खाने के लिए फूड वेंडर के यहां काम करना शुरू कर दिया। रात में पानी पूरी (गोलगप्पे) बेचा करता था।
यशस्वी जायसवाल ने अब तक पांच लिस्ट-ए पारियों में 504 रन (44, 113, 22, 122 और 203) बनाए हैं। शुरुआती पांच लिस्ट-ए पारियों में सर्वाधिक रनों की बात करें, तो यह वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड साउथ अफ्रीकी दिग्गज ग्रीम पोलॉक के नाम था, जिन्होंने शुरुआती 5 लिस्ट-ए पारियों में 493 रन बनाए थे।