नई दिल्ली(एजेंसी): ग्लोबल चिंताओं से भारतीय शेयर बाजार की हालत खराब हो रही है. यूरोप और अमेरिका में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले दूसरे राहत पैकेज पर कोई फैसला न होने का असर भारतीय बाजार पर भी हो रहा है. यूरोपीय और अमेरिकी मार्केट में गिरावट की वजह से यहां के शेयर मार्केट में भी शेयरों के दाम धराशायी हो रहे हैं. इसके साथ ही बिहार विधानसभा चुनावों के पहले चरण के मतदान के मद्देनजर कारोबारी अपनी पोजीशन ठीक करने में लगे हुए हैं. इससे भी मार्केट पर गहरा असर पड़ा और यह नीचे जाता दिखा.
बृहस्पतिवार दोपहर तक सेंसेक्स 250 प्वाइंट और निफ्टी 85 फीसदी गिर गया था. बाजार कोरोना संक्रमण की दूसरे दौर को लेकर सशंकित है. इससे कई और कंपनियों की दिवालिया होने की आशंका बढ़ गई है. बाजार पर इसका असर गिरावट के तौर पर देखा जा रहा है. विश्लेषकों का कहना है कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने यूरोप देशों को मुश्किल में डाल दिया है. फ्रांस और जर्मनी ने नए सिरे से लॉकडाउन लगाया है. दूसरी ओर अमेरिका में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से हालात और खराब हुए हैं. वहां अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए दूसरे राहत पैकेज पर अमेरिका में सहमति बनती नहीं दिख रही है. मार्केट इससे भी नवर्स हो रहा है.
बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए. नेस्डैक करीब 4 फीसदी लुढ़का. तमाम यूरोपीय बाजार भी नरमी के साथ बंद हुए.बृहस्पतिवार को भारत सहित तमाम एशियाई बाजारों पर इसका असर दिखाई दिया. भारतीय बाजार में भारी गिरावट की वजह से निवेशकों का 1.56 लाख करोड़ रुपया डूब गया. विश्लेषकों का कहना है कि बाजार में अभी कई फैक्टर काम कर रहे हैं. डाउ जोंस की गिरावट भी एक अहम वजह है. इसके अलावा यूरोप में लॉकडाउन बढ़ने और अमेरिका में राहत पैकेज पर फैसला न होना भी भारतीय बाजार को गिरा रहा है.