वाशिंगटन (एजेंसी)| अमेरिकी न्याय विभाग ने चीनी की दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी हुआवेई और उसके हिरासत में लिए गए मुख्य वित्तीय अधिकारी मेंग वानझोउ के खिलाफ आपराधिक आरोपों का खुलासा किया है, जिसमें कंपनी पर पिछले एक दशक से व्यापार रहस्यों को चुराने की कोशिश करने, ईरान पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को मानने से इनकार करने और जांच में बाधा डालने के आरोप शामिल हैं। कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल मैथ्यू व्हाइटेकर ने यहां एक बयान में कहा, ‘आज (सोमवार) हम घोषणा कर रहे हैं कि हम दूरसंचार क्षेत्र की दिग्गज कंपनी हुआवेई और उसके सहयोगियों के खिलाफ लगभग दो दर्जन कथित अपराधों के लिए आपराधिक आरोप लगा रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘इस अभियोग में 10 साल पहले से की जा रही आपराधिक गतिविधियों को शामिल किया गया है, जिसमें कंपनी के शीर्ष स्तर तक की भागीदारी है।’ व्हिटेकर ने कहा, ‘चीन को अपने नागरिकों और चीनी कंपनियों को कानून का पालन न करने के लिए जवाबदेह ठहराना होगा।
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया कि कई अभियोग लगाए गए हैं, जिसके कई हिस्से सीलबंद हैं। यह ऐसे वक्त लगाया गया है, जबकि अमेरिका द्वारा चीन के सबसे बड़े दूरसंचार उपकरण निर्माता विफल करने की कोशिश की जा रही है।
एक अभियोग में हुआवेई पर आरोप लगाया गया है कि वह अमेरिका टी-मोबाइल को मालिकाना हक वाले फोन परीक्षण प्रौद्योगिकी ‘टैपी’ को सालों से चुराने की कोशिश कर रही थी। उसने टी-मोबाइल को हैंडसेट की आपूर्ति की थी और इसके चलते हुआवेई को टैपी के संबंध में कुछ जानकारियां मिली थीं।
लेकिन इस महीने की शुरुआत में चीनी कंपनी ने कहा कि टी-मोबाइल के साथ विवादों को 2017 में सुलझा लिया गया था। उस समय अदालत ने पाया था कि टी मोबाइल के ट्रेड सीक्रेट चुराने को लेकर कंपनी के उपर दुर्भावनापूर्ण आचरण या इससे किसी प्रकार के नुकसान पहुंचना का दावा साबित नहीं होता है।
मेंग को पिछले महीने वैंकूवर में अमेरिका के अनुरोध पर गिरफ्तार किया गया था। कनाडा में मेंग की जमानत पर सुनवाई के दौरान भी अमेरिका के संघीय अभियोजकों ने ऐसे ही आरोप लगाए थे। इसमें दावा किया कि हुआवेई ने स्काईकॉम नामक एक सहायक कंपनी के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए ईरान के साथ लेन-देन किया और चार बड़े बैंकों को धोखा दिया। मेंग को इस समय वैंकूवर में नजरबंद रखा गया है।