कश्मीर (एजेंसी)। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में परिसीमन की योजना बना रही थी। इस बारे में गृह मंत्रालय से कोई पुष्टि नहीं हुई है। राज्य में परिसीमन एक अफवाह है।
पत्रकारों से उन्होंने अनुच्छेद 370 और 35ए को लेकर कहा कि यह बहुत पार्टियों के घोषणापत्र में हैं जिस पर बातचीत चलती रहती है। लेकिन ऐसी कोई बात नहीं जिससे आपको फिक्र करने की जरूरत है।
राज्य में जो चुनाव हमने करवाए वह अच्छे से हुए। विधानसभा चुनाव के लिए जो सुरक्षा चाहिए वह मिलेगी तो हम तैयार है। इस बीच मुख्य सचिव ने कहा कि चुनाव आयोग पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि अमरनाथ यात्रा समाप्त होने के बाद विधानसभा चुनावों की घोषणा की जाएगी।
राज्यपाल ने कहा कि कश्मीर में भ्रष्टाचार बाकी जगहों से ज्यादा है। उसकी वजह यह है कि जो सत्ताधारी थे वह खुद ऐसे काम में शामिल थे। बड़ी मछली कोई भी हो वह बचेगी नहीं और कश्मीर को भ्रष्टाचार मुक्त किया जाएगा।
राज्य में भ्रष्टाचार के कुछ ऐसे मामले पाए गए हैं जिनमें पूर्व मंत्री तक शामिल रहे हैं। कुछ दिनों में इसका पता चल जाएगा। जेके बैंक पर हमने किसी भ्रष्टाचार के बुनियाद पर नहीं बल्कि आरबीआई के निर्देशों के अनुसार कार्रवाई की है।
पत्रकारों से उन्होंने कहा कि आगे आपको ऐसी चीजें देखने को मिलेंगी जो आपने सोची नहीं होंगी। जहां तक भ्रष्टाचार का सवाल है मैंने यहां आने के बाद दो ऐसे डील रद किए जिनमें 150-150 करोड़ का सौदा हुआ था। उसमें बहुत रसूखदार लोग शामिल थे।
मुझे प्रधानमंत्री को जाकर कहना पड़ा कि मैं यह डील कैंसिल कर रहा हूं। मैंने उनसे इजाजत ली और कहा कि मुझे यह कैंसल करनी होगी नहीं तो कागज पर अभी इस्तीफा दे दूंगा। मुझे किसी का डर नहीं और मैं पूरी सख्ती के साथ भ्रष्टाचार से लड़ूंगा।