नई दिल्ली (एजेंसी).कोरोना वायरस की वजह से भारत समेत दुनियाभर के शेयर बाजारों की हालत बुरी है. सप्ताह के चौथे दिन गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत एक बार फिर बड़ी गिरावट के साथ हुई. गिरावट का ये सिलसिला बढ़ता जा रहा है. दोपहर बाद सेंसेक्स और निफ्टी की गिरावट अपने ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई.
दोपहर 2.40 बजे सेंसेक्स 3100 अंक से अधिक गिरा तो वहीं निफ्टी 950 अंक तक लुढ़क गया. सेंसेक्स का स्तर 32 हजार 600 के नीचे आ गया तो वहीं निफ्टी 9 हजार 500 अंक के स्तर पर था. बता दें कि यह शेयर बाजार के इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट है. किसी एक दिन में शेयर बाजार ने इतनी बड़ी गिरावट नहीं देखी थी. इस एक दिन में निवेशकों को 9 लाख करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है. नुकसान का ये आंकड़ा बढ़ने की आशंका है. कारोबार के अंत में स्थिति साफ हो पाएगी.
बता दें कि सुबह 11 बजे के बाद सेंसेक्स 2650 अंक तो निफ्टी 750 अंक तक गिर गया. इस दौरान सेंसेक्स 33 हजार 250 अंक पर कारोबार करता दिखा. इसी तरह, निफ्टी 9 हजार 750 अंक पर रहा. निफ्टी, सितंबर 2017 के बाद इस स्तर पर आया है. बता दें कि बीते एक हफ्ते में बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप करीब 17 लाख करोड़ रुपये तक घट गया है. यानी निवेशकों को 17 लाख करोड़ का नुकसान हो गया है.
इससे पहले शुरुआती एक घंटे के कारोबार में सेंसेक्स 1900 अंक से अधिक लुढ़क कर 34,000 अंक के नीचे आ गया. वहीं अगर निफ्टी की बात करें तो ये 550 अंक से अधिक गिरकर 10 हजार अंक के नीचे 9,900 अंक पर पहुंच गया. शुरुआती कारोबार में बीएसई इंडेक्स के सभी 30 शेयर लाल निशान पर थे.
भारतीय शेयर बाजार जैसी हालत अमेरिका का भी रहा. बीते कारोबारी दिन अमेरिकी शेयर बाजार सूचकांक डाउ जोन्स 1400 अंकों से ज्यादा फिसला और यह 23,553.22 अंक पर बंद हुआ. यह डाउ जोन्स की सबसे बड़ी गिरावट बताई जा रही है.