छत्तीसगढ़ : साइकिल से छत्तीसगढ़ जा रहे एक परिवार के लिए साइकिल यात्रा जानलेवा साबित हुई. पती-पत्नी बुधवार को लखनऊ से छत्तीसगढ़ के बेमेतरा के लिए निकले थे, मगर गुरुवार को सड़क हादसे का शिकार हो गए. गनीमत ये रही कि हादसे में उनके दो बच्चों की जान बच गई.
कौन जानता था 45 वर्षीय कृष्णा साहू का सफर अंतिम सफर साबित होगा ? पैसे की दिक्कत के कारण पेशे से मजूदर 750 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय करने निकल पड़ा. लखनऊ से अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ छत्तीसगढ़ के बेमेतरा के लिए बुधवार को निकला. अभी उसने 25 किलोमीटर का सफर ही तय किया था कि परिवार तेज रफ्तार गाड़ी की चपेट में आ गया. हादसे में पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अन्य घायलों को पुलिस ने किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान कृष्णा साहू ने दम तोड़ दिया. फिलहाल उनके दोनों बच्चों को मामूली इलाज के बाद उनके चाचा के पास लखनऊ भेज दिया गया है.
मृतक मजदूर के भाई ने बताया, “मेरे भाई ने सफर पर निकलने से पहले नहीं बताया था. जहां तक मुझे मालूम है बेरोजगार हो जाने के बाद उसे बच्चों को खिलाने पिलाने की दिक्कत थी. मेरी एक सप्ताह पहले ही उससे बात हुई थी. उस दौरान उसने पैसे की तंगी के बारे में बताया था. उनके दोनों बच्चे मेरे पास हैं. एक के सिर में चोट आई है जबकि दूसरे को पांव और सिर में.” पुलिस ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा. फिलहाल पुलिस इस सिलसिले में मामला दर्ज जांच कर रही है.