नई दिल्ली (एजेंसी)। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को राज्यसभा की सदस्यता की शपथ ली। जयशंकर पिछले सप्ताह गुजरात से उच्च सदन के लिए निर्वाचित हुए थे। सदन की बैठक शुरू होने पर आज उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता की शपथ ली। उन्होंने अंग्रेजी में, ईश्वर के नाम पर शपथ ली।
भारतीय विदेश सेवा के 1977 बैच के अधिकारी जयशंकर ने जब शपथ ली, उस समय सदन में गृह मंत्री अमित शाह मौजूद थे। देश के जाने माने रणनीतिक विश्लेषक दिवंगत के. सुब्रमण्यम के पुत्र जयशंकर को नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में विदेश मंत्री बनाया गया है।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान जयशंकर विदेश सचिव थे। पूर्व शीर्ष राजनयिक एस जयशंकर कृष्णास्वामी ने जब मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में विदेश मंत्रालय का प्रभार संभाला तब वह संसद के सदस्य नहीं थे। गृह मंत्री अमित शाह और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था।
इस वजह से गुजरात की दो राज्यसभा सीटें रिक्त हो गईं और इन सीटों पर पिछले सप्ताह उपचुनाव कराया गया। इनमें से एक सीट से जयशंकर उच्च सदन के लिए निर्वाचित हुए। सदन में राज्यसभा के पूर्व महासचिव सुदर्शन अग्रवाल के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी गई। अग्रवाल का तीन जुलाई को 88 साल की उम्र में देहांत हो गया था।
उनके निधन का जिक्र करते हुए सभापति एम वेंकैया नायडू ने बताया कि मई 1981 से जून 1993 तक राज्यसभा के महासचिव रहे अग्रवाल संसदीय प्रक्रिया एवं नियमों की गहरी जानकारी रखते थे।
नायडू ने कहा कि अग्रवाल के निधन से देश ने एक संविधान विशेषज्ञ, एक योग्य अधिकारी और एक समर्पित समाजसेवक को खो दिया है।