लखनऊ (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जेड प्लस सुरक्षा वापस लेने का सरकार ने मन बना लिया है। यानि ब्लैक कैट कमांडो का दस्ता अब अखिलेश यादव की सुरक्षा में नहीं रहेगा। सूत्रों के मुताबिक इस बारे में आदेश पर दस्तखत हो चुके हैं और एनएसजी को सूचित किया जाएगा, हालांकि मुलायम सिंह यादव और मायावती की सुरक्षा में एनएसजी तैनात रहेगी।
लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन की हार के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा में कटौती देखने को मिली है। हालिया लोकसभा चुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन भी टूट गया था। इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को 10 लोकसभा सीटों और समाजवादी पार्टी को सिर्फ 5 लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी।
इससे पहले आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा में कटौती देखने को मिली थी। चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश की भी सुरक्षा घटाई गई थी। इससे पहले उनके पास ‘जेड’ श्रेणी का कवर था, जिसे ‘वाई’ कर दिया गया था।
लोकेश अपने पिता चंद्रबाबू नायडू के मंत्रिमंडल में मंत्री थे। नायडू और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा में भी कटौती हालिया विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में तेलुगु देशम पार्टी की हार के बाद हुई है। आपको बता दें कि साल 2003 में नक्सलियों ने नायडू को मारने का प्रयास किया था, जिसके बाद से उन्हें ‘जेड प्लस’ सुरक्षा मिली थी। ‘जेड प्लस सुरक्षा’ देश में किसी भी वीआईपी व्यक्ति को मिलने वाली सर्वोच्च सुरक्षा है।