प्रयागराज (एजेंसी)। पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में होने के आरोप में उत्तर प्रदेश की एटीएस ने सीधी के 24 वर्षीय सौरभ शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है। बेटे की गिरफ्तारी के बाद सौरभ के पिता रविशंकर शुक्ला सदमे में हैं। उनका कहना है कि मेरा बेटा ऐसा काम करेगा पता नहीं था, मेरे बेटे ने देश के खिलाफ काम किया है, यह सुनकर मैं सन्न हूं, काश! जमीन फट जाती और मैं उसमें समा जाता… ऐसा कहते हुए वे फूट-फूटकर रोने लगे।
सौरभ के पिता ने कहा कि मुझे यह जानकारी नहीं थी कि मेरा बेटा क्या करता है, कहां रहता है, कहां आता-जाता है। सौरभ गांव में कम और दोस्तों के साथ बाहर ज्यादा रहता था। उनके खाते से बाइक के लिए पैसे निकालने की जानकारी भी उन्हें बाद में मिली। शनिवार को सुबह करीब आठ बजे सौरभ उनसे 500 रुपये लेकर यह कहकर निकला कि वह त्योंथर जा रहा है। इसके बाद उसकी कोई जानकारी नहीं मिली। बाद में देर रात मोबाइल पर बताया गया कि बेटे को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पिता ने बताया कि सौरभ की प्राथमिक शिक्षा अगहर गांव से हुई है। कॉलेज की पढ़ाई उसने रीवा में की है। रीवा में कॉलेज में प्रवेश लेने के बाद वह दो साल लगातार फेल हो गया, इस वजह से नाम कटा दिया गया था। करीब एक साल पहले मैं उसे गांव ले आया था। वह मेरा विश्वास ऐसा तोड़ेगा, मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। अगहर के रहने वाले सौरभ पर आरोप है कि वह लोगों को झांसा देकर बैंकों में खाता खुलवाकर उनका खाता नंबर, एटीएम कार्ड लेकर उन खातों से पाकिस्तानी हैंडलर के निर्देश पर आए पैसों का आपराधिक लेन-देन करता था।
रविशंकर शुक्ला ने कहा कि मैं पेशे से शिक्षक हूं, मेरा पूरा परिवार शिक्षा में आगे रहा है। परिवार के लोग शासकीय सेवा में हैं। इसी सोच के साथ प्राथमिक शिक्षा के बाद मैंने बड़े बेटे सौरभ उर्फ शिब्बू और छोटे बेटे मोहित को रीवा में रखा ताकि वह शिक्षा के क्षेत्र में आगे निकल सकें लेकिन अब सब बर्बाद हो गया। बता दें कि पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में होने के आरोप में यूपी एटीएस को लंबे समय से सौरभ शुक्ला की तलाश थी। उस पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। यही नहीं उस पर आरोप है कि वह जानकारियां जुटाकर पाकिस्तानी आतंकी संगठनों को देता था।
उसे शनिवार को प्रयागराज में चंद्रशेखर आजाद पार्क के सामने से गिरफ्तार किया था। सौरभ पर पाकिस्तान से फोन और इंटरनेट द्वारा अपने नेटवर्क के सदस्यों के साथ पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में रहने का आरोप है। 24 मार्च को यूपी एटीएस ने गोरखपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़, रीवा और महाराष्ट्र से 11 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। ये सभी भारत में पाकिस्तानी हैंडलर्स के निर्देश पर आपराधिक षड्यंत्र और कोडिंग करते हुए विभिन्न बैंक खातों से रकम मंगाकर लोगों को देते थे। सौरभ इन आरोपितों के सहयोगियों के रूप में काम करता था।