फतेहपुर (एजेंसी)। कानपुर-बरौनी तेल पाइप लाइन में सेंध लगा चोर पांच हजार लीटर डीजल चोरी कर ले गए। शनिवार रात जानकारी होते ही तेल कंपनियों के अफसरों में हड़कंप मच गया और तत्काल पाइप लाइन में चोरी का प्वाइंट की तलाश शुरू करा दी गई। रविवार दोपहर फतेहपुर के हरदौलापुर गांव के पास खेत में खोदाई कराने पर पाइप लाइन में चोरी का प्वाइंट मिल गया। अब इस प्वाइंट को बंद कराने व मरम्मत का कार्य शुरू कराया गया है।
कानपुर-बरौनी तेल पाइप लाइन में डीजल आपूर्ति हो रही थी, शनिवार मध्य रात्रि के बाद 12 बजकर 48 मिनट से 56 मिनट तक पाइप लाइन में तेल का प्रेशर डाउन हुआ। इसपर कानपुर और बरौनी स्थित तेल कंपनी के अफसरों और तकनीकी टीम को कहीं पर पाइप लाइन लीकेज होने की आशंका हुई। इसपर अफसरों में हड़कंप मच गया और तत्काल डीजल की आपूर्ति रोकने की कवायद शुरू की गई। तकनीकी टीम के साथ अफसर पाइप लाइन लीकेज प्वाइंट की तलाश करने निकल पड़े।
हरदौलपुर व हरसिंगपुर गांव के समीप पाइप लाइन में लीकेज का ट्रेस आउट मिलने पर पाइप लाइन की तकनीकी टीम और अफसरों ने फतेहपुर की औंग व कल्याणपुर पुलिस को सूचना दी। कल्याणपुर पुलिस के सक्रिय न होने पर रात 1:10 बजे से 17 मिनट तक प्रेशर फिर डाउन रहा। पुलिस को फिर सूचना दी गई लेकिन पुलिस तेल चोरों को नहीं खोज पाई।
कानपुर-बरौनी तेल पाइप लाइन के उप महाप्रबंधक शेष नारायण व प्रचलन प्रबंधक दिवाकर श्रीवास्तव ने क्राइम ब्रांच की टीम के साथ औंग थाने में संदिग्ध स्थानों का रविवार को निरीक्षण किया। अधिकारी मौके में पहुंचे तो पाइप लाइन में छेदकर लगाया गया वाल्व मिला, जिससे डीजल निकाला गया। शेष नारायण ने बताया कि चोरों ने दो बार में कम से कम 5 हजार लीटर डीजल निकाला है। चोरी के दौरान पाइप लाइन में डीजल ही जा रहा था।
कानपुर-बरौनी तेल पाइप लाइन से तेल चोरी की घटनाओं को लेकर हरङ्क्षसगपुर व हरदौलपुर से चोरों के कनेक्शन को लेकर सवाल उठ रहे हैं। मथुरा, मैनपुरी व अहमदाबाद के लोग तेल चोरी में पकड़े जा चुके हैं। कल्यानपुर थाने के हदरदौलपुर गांव पास दक्षिण दिशा में शनिवार की रात कानपुर-बरौनी पाइप लाइन से डीजल की चोरी की घटना को लेकर स्थानीय लोग भी चोर गिरोह के साथ लोकल कनेक्शन की बात कह रहे हैं। जिस स्थान से डीजल निकाला गया उस स्थान से 50 मीटर की दूरी पर एक वर्ष पहले भारी मात्रा में डीजल चोरी की घटना हुई थी। आखिर जब भी तेल चोरी की घटना होती है तो चोरों को यह कैसे पता होता है कि पाइप लाइन से अब डीजल ही भेजा जा रहा है। हालांकि यह सवाल पहले हुई घटनाओं के बाद उठाए गए हैं। पर इसका जवाब न पुलिस के पास न ही पाइप लाइन के अधिकारियों के पास।