इटावा (एजेंसी)। सैफई विश्वविद्यालय की कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जिनको देख कर सभी लोग हैरान हैं। एमबीबीएस फर्स्ट ईयर के करीब 150 छात्रों का सर मुंडवा दिया गया है और उन्हें सीनियर छात्रों को झुक कर सलाम करना पड़ता है। यही नहीं सभी लोगों को हॉस्टल से लाइन में कॉलेज तक जाना होता है और इसी तरह वापस भी आना होता है।
इटावा के सैफई में है ऑयुर्विज्ञान विष्वविद्यालय जिसे मिनी पीजीआई भी कहा जाता है। यहां पर एसबीबीएस की पढ़ाई होती है। नया सत्र शुरु हुआ है और इसी के साथ रैगिंग का सिलसिला भी शुरु हो गया है। फर्स्ट ईयर में एडमिशन लेने वाले सभी 150 छात्रों को गंजा करा दिया गया है।
इन सभी लोगों को सड़क पर चलते हुए अगर कोई सीनियर मिल जाता है तो झुक कर सलाम करना पड़ता है। इन्हें हॉस्टल से कॉलेज तक लाइन में जाना होता है और ऐसे ही वापस आना होता है। अगर लाइन टूट जाए तो सीनियर की गालियां मिलती हैं।
इस बारे में जब सैफई विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉक्टर राजकुमार से बात की गई तो उन्होंने इन आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कैंपस में किसी तरह की कोई रैगिंग नहीं है। उनका दावा है कि विश्वविद्यालय में रैगिंग ना हो इसके लिए तमाम इंतजाम किए गए हैं।
हालांकि उन्होंने कहा कि कुछ संस्कार लोगों को सिखाए जा सकते हैं और इसमें कोई बुराई नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं रैगिंग का पक्षधर नहीं हूं लेकिन कुछ चीजों में कोई बुराई नहीं होती।