नई दिल्ली (एजेंसी)। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा का 82 साल की उम्र में दिल्ली में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। वह काफी समय से बीमार थे। उनका दिल्ली के अस्पताल में इलाज चल रहा था। वह तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके थे।
मिश्रा कैंसर और अन्य बीमारियों से ग्रस्त थे। जनवरी 2018 में चारा घोटाले से जुड़े चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में अदालत ने उन्हें दोषी करार देते हुए पांच साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी। एकसमय कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे मिश्रा ने अपने बड़े भाई ललित नारायण मिश्रा से राजनीति का पाठ सीखा था।
मिश्रा ने प्रोफेसर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह बिहार विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर बने। बचपन से ही उनकी रुचि राजनीति में थी। उनके बड़े भाई ललित नारायण मिश्रा राजनीति में थे और रेल मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। उन्हीं से जगन्नाथ ने राजनीति का ककहरा सीखा।
छात्रों को पढ़ाने के दौरान मिश्रा कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। इसके बाद उन्होंने तीन बार राज्य की कमान संभाली। सबसे पहले 1975 से 1977 तक, दूसरी बार 1980 से 1983 तक और 1989 से 1990 तक। 1990 के दशक के मध्य में वह केंद्रीय कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। उन्हें बिहार के बड़े नेताओं के तौर पर जाना जाता है।