नहीं रहे भारतीय हॉकी के महानतम सितारे बलबीर सिंह सीनियर, लगातार 3 बार जीता था ओलंपिक गोल्ड

मोहाली: भारतीय खेल इतिहास के महानतम एथलीट में से एक और ओलंपिक में हॉकी का गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम के कप्तान बलबीर सिंह सीनियर का निधन हो गया. बलबीर सिंह 95 साल के थे. उनका पिछले कई दिनों से मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में इलाज चल रहा था.

फोर्टिस अस्पताल के डाइरेक्टर डॉक्टर अभिजीत सिंह ने बताया कि बलबीर सिंह ने सोमवार सुबह करीब 6.30 बजे अंतिम सांस ली. बलबीर के परिवार में उनकी बेटी सुशबीर और 3 बेटे कंवलबीर, करणबीर और गुरबीर हैं.

बलबीर को आजाद हिंदुस्तान के सबसे महान खिलाड़ियों में माना जाता है. वो लगातार 3 बार ह़ॉकी का ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे. 1956 के मेलबर्न ओलंपिक में उनकी कप्तानी में भारत ने गोल्ड जीता था. उस दौरान भारतीय टीम ने कुल 38 गोल किए थे जबकि एक भी गोल नहीं खाया था.

बलबीर का जन्म 31 दिसंबर 1923 को पंजाब के हरिपुर खालसा में हुआ था. उन्हें न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में हॉकी के सबसे महान खिलाड़ियों में माना जाता है. बलबीर भारत की आजादी के बाद 1948 में लंदन में हुए ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाली टीम का हिस्सा भी थे.

1948 वर्ल्ड कप फाइनल में ब्रिटेन के खिलाफ भारतीय टीम के 4 में से 2 गोल बलबीर ने ही किए थे. इसके बाद 1952 (हेल्सिंकी) और 1956 (मेलबर्न) में भी भारत ने लगातार 2 और गोल्ड जीते थे.

हेल्सिंकी ओलंपिक में बलबीर ने अपना कहर ढाया और पूरे टूर्नामेंट में 13 गोल किए. इनमें से सेमीफाइनल में ब्रिटेन के खिलाफ हैट्रिक दागी थी. वहीं फाइनल में भारत ने नीदरलैंड्स को 6-1 से हरा दिया. इनमें से 5 गोल अकेले बलबीर ने दागे थे. ये फाइनल में एक खिलाड़ी द्वारा सबसे ज्यादा गोल का रिकॉर्ड है जो आज तक कायम है.

इसके बाद उन्होंने कोचिंग में भी अपना कमाल दिखाया. 1971 में हुए पहले हॉकी वर्ल्ड कप में वो भारतीय टीम के कोच थे, जिसमें भारत ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. इसके बाद 1975 में हुए वर्ल्ड कप में भी वो टीम के कोच और मैनेजर थे. भारत ने इस बार गोल्ड अपने नाम किया. इसके बाद से भारत ने एक भी बार वर्ल्ड कप का खिताब नहीं जीता है.

भारत के सर्वश्रेष्ठ ओलंपियन के निधन पर भारत के एक और महान ओलंपियन और इकलौते ओलंपिक गोल्ड विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने शोक जताया. बिंद्रा ने उन्हें सच्चा रोल मॉडल बताया.

बिंद्रा ने ट्वीट कर लिखा, “भारत के सबसे शानदार ओलंपियनों में से एक बलबीर सिंह सीनियर के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं. उनके जैसे एथलीट और रोल मॉडल बहुत कम मिलते हैं. मेरे लिए सम्मान की बात है कि उन्हें जानने का मौका मिला. मुझे उम्मीद है कि उनका उदाहरण दुनियाभर के एथलीटों के लिए प्रेरणा का काम करेगा.”

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