नई दिल्ली(एजेंसी): शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 17 अक्टूबर 2020 से हो रही है जो कि 25 अक्टूबर 2020 तक रहेगी. कहा जाता है कि पूरे 9 दिनों तक चलने वाली मां दुर्गा की आराधना, साधना और व्रत तभी सफल माना जाता है कि जब नवरात्रि की अष्टमी और नवमी के दिन घरों और मंदिरों में 9 देवी का रूप मानकर इन 9 कन्याओं का पूजन किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि कन्याओं का देवियों की तरह पूजन, आदर-सत्कार और भोजन कराने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को सुख और समृद्धि प्रदान करती हैं. लेकिन कन्या पूजन के दौरान बहुत सी बातों का ध्यान रखा जाता है. तो आइए जानते हैं कन्या पूजन के समय रखे जाने वाले विशेष बातों के बारे में-
1. कन्या पूजन से एक दिन पहले ही 9 कन्याओं की व्यवस्था कर लेनी चाहिए.
2. इन कन्याओं के साथ एक बालक को भी निमंत्रित करना चाहिए.
3. जहां 9 कन्याओं को मां दुर्गा के 9 रूपों को मानकर पूजा की जाती है उसी तरह इस बालक को बटुक भैरव तथा लंगूरा के रूप में पूजा जाता है.
4 घर में प्रवेश करते समय इन कन्याओं का पुष्प वर्षा के साथ स्वागत करना चाहिए.
5. भोजन कराने से पहले इन कन्याओं का पैर धोकर और पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए. इसके बाद इनके माथे पर अक्षत, पुष्प और कुमकुम लगाना चाहिए.
6. इतना करने के बाद मां दुर्गा का ध्यान करते हुए इन देवी स्वरुप कन्याओं को भोजन कराना चाहिए.
7. भोजन कराने के बाद इन 9 कन्याओं को यथाशक्ति दक्षिणा देकर, फिर से पैर छूकर इनका आशीर्वाद लेना चाहिए.
दो साल की कन्या के पूजन से दुःख और दरिद्रता दूर होती है.
तीन साल की कन्या के पूजन से घर में धन-धान्य आता है और घर में सुख-समृद्धि आती है.
चार साल की कन्या के पूजन से घर-परिवार का कल्याण होता है.