रायपुर (अविरल समाचार) :कॉलेजों में पढ़ाई जल्द शुरू होने के आसार है। केंद्र सरकार ने राज्य शासन को अधिकार दे दिया है कि वे अपनी सुविधा व शर्तों के साथ कॉलेज व विवि में पढ़ाई में शुरू कर सकते हैं। केंद्र से हरी झंडी मिलने के बाद इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। उच्च शिक्षा ने इस बारे में छात्रों से ही पूछा है कि- कॉलेज कब से खोलने चाहिए? इसके लिए चार तारीखों का विकल्प भी दिया है। यह विकल्प नवंबर व दिसंबर के लिए है। छात्रों को 1 नवंबर, 20 नवंबर, 1 दिसंबर और 15 दिसंबर की तारीखें दी गईं हैं। इसी तरह का फीडबैक फार्म कॉलेज व विवि के शिक्षकों को भी भरना है। यहां तक कि कॉलेज के प्राचार्य व कुलसचिवों को भी कॉलेज खोलने पर अपनी राय रखनी है। उच्च शिक्षा से सोमवार को यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को पत्र जारी किया गया है। अफसरों का कहना है कि कॉलेज खोलने को लेकर विभिन्न जानकारियां संबंधित संस्थान फीडबैक फार्म के माध्यम एकत्र करेंगे। उसके बाद इसे उच्च शिक्षा में जमा किया जाएगा। राजधानी सहित राज्य के कॉलेजों में कोरोना का प्रकोप शुरू होने के बाद मार्च से ही पढ़ाई बंद है। हालांकि कोरोना संक्रमण के बीच कॉलेज व विवि खोल तो दिया गए हैं लेकिन वहां कक्षाएं नहीं लग रही है अलबत्ता छात्रों को विभिन्न पाठयक्रमों में प्रवेश दिया जा रहा है। इतना ही नहीं वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षाएं भी आयोजित की जा रही हैं। फिर से कॉलेजों की रौनक कब से लौटेगी, कक्षाएं कब से शुरू होगी। इसे लेकर अब भी अनिश्चितता की स्थिति बनी है। इस बीच, केंद्र सरकार की ओर से अनलॉक-5 की गाइडलाइन जारी कर दी है।
इसमें शैक्षणिक गतिविधियों को शुरू करने का अधिकार राज्यों को दिया गया है। राज्य में अभी कोरोना संक्रमण को लेकर स्थिति भयावह बनी हुई है। लगातार संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। इसे लेकर कॉलेज व विवि में नियमित कक्षाएं शुरू करने के पहले छात्रों के साथ शिक्षकों का फीडबैक लेने की तैयारी है। इस फीडबैक में सुझाव भी मांगे गए हैं। जैसे यदि कॉलेज या विवि में कक्षाएं शुरू होती है तो किस तरह की तैयारियां की जानी चाहिए।
कॉलेजों में इस महीने भी पढ़ाई नहीं करायी जाएगी। कॉलेज खोलने को लेकर विचार जरूर किया जा रहा है लेकिन इस महीने नहीं बल्कि अगले महीने से। यही वजह है कि छात्रों को कॉलेज खोलने के लिए चार तारीखों का विकल्प दिया गया है। यह तिथियां नवंबर व दिसंबर की है। राज्य में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को देखते हुए नवंबर में भी कॉलेजों में पढ़ाई मुश्किल है। राजधानी सहित प्रदेश के कई जिलों में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। इन हालात में कॉलेज खोलना छात्रों के लिए खतरनाक हो सकता है। यही वजह है कि केंद्र से मंजूरी मिलने के बावजूद तुरंत ही कॉलेज नहीं खोले जा रहे हैं। नवंबर में पहली तारीख के बाद सीधे 15 के बाद का विकल्प दिया गया है। उच्च शिक्षा विभाग के अफसरों के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में कोरोना को लेकर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। उसके बाद कक्षाएं शुरू करने को लेकर निर्णय लेने में आसानी होगी।