बेंगलुरु (एजेंसी)। पूर्व पधानमंत्री और जनता दल सेक्युलर के नेता एचडी देवगौड़ा ने बंगलूरू में राज्य में मध्यावधि चुनाव की आशंका जताई। उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं। उन्होंने कहा था कि वह पांच सालों तक हमारा समर्थन करेंगे लेकिन अब उनके व्यवहार को देखिए। हमारे लोग स्मार्ट हैं।’
देवगौड़ा ने कहा, ‘मैंने नहीं कहा था कि यह गठबंधन होना चाहिए। मैं आज भी कह रहा हूं और कल भी कहूंगा। कांग्रेस हमारे पास आई और कहा कि चाहे जो हो जाए आपका बेटा मुख्यमंत्री बनेगा। उस समय मैं यह नहीं जानता था कि उनके सभी नेताओं के बीच सहमति थी या नहीं। लगता है कि लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने अपनी ताकत खो दी है।’
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारी तरफ से कोई खतरा नही है। मुझे नहीं पता कि यह सरकार कब तक टिकी रहेगी। सरकार का टिके रहना कुमारस्वामी नहीं बल्कि कांग्रेस के हाथ में है। हमने अपनी एक जगह भी कैबिनेट में उन्हें दे दी है। जैसा उन्होंने कहा हमने वह सब किया। कांग्रेस का बर्ताव किस तरह का है इसे जनता देख रही है।’
उन्होंने कर्नाटक में गठबंधन को लेकर अहम खुलासा किया। देवगौड़ा ने कहा कि वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते थे। उन्होंने कहा कि मैं गठबंधन के लिए गोंद की तरह था। राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने कीर्ति आजाद और अशोक गहलोत को बंगलूरू भेजा था। जहां हम तीनों ने बैठक की।
जेडीएस नेता ने कहा, ‘इसके बाद सिद्धारमैया, खड़गे, मुनियप्पा और परमेश्वर आए। मैंने उनके सामने कहा कि खड़गे को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। इसपर खड़गे ने कहा कि यदि कांग्रेस हाईकमान राजी होती है तो मैं इसके लिए तैयार हूं। इसके बाद मैंने आजाद से फोन लेकर राहुल से कहा कि खड़गे को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। आजाद ने बताया कि कांग्रेस हाईकमान कुमारस्वामी को ही मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। मैंने उनकी बात मानी और घर चला गया।’