रायपुर (अविरल समाचार) : छत्तीसगढ़ में शिक्षा के अधिकारी कानून (आरटीई) के तहत आवेदन भरने की अंतिम तारीख़ 10 जुलाई यानी कल है. इससे पहले ही पालक संघ ने मोर्चा खोलते हुए भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने की मांग की है. कोरोना संकट के बीच प्रदेश के सभी ज़िलों में कंटेनमेंट जोन होने की वजह से फार्म भरने के लिए बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है. गरीब परिवारों के पास घर में ऑनलाइन फ़ार्म भरने का विकल्प नहीं हैं. जिस वजह से समय नहीं बढ़ाने पर हज़ारों ग़रीब परिवार इस योजना से वंचित हो जाएंगे. बता दें कि प्रदेश में लगभग 86 हजार शिक्षा के अधिकार के तहत सीट है.
रायपुर लोक शिक्षण संचालनालय ने 6 जुलाई को जारी एक पत्र में कहा है कि शिक्षा का अधिकार कानून के अंतर्गत आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 जुलाई और लाॅटरी निकालने की तिथि 15 जुलाई निर्धारित किया गया है. जिसे लेकर अब छत्तीसगढ़ एसोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया गया है, क्योंकि प्रदेश के कई जिलों में कोरोना का कहर जारी है. रायपुर, बिलासपुर और राजनांदगांव के साथ कई बड़े ज़िलों के गाँव शहर में कई वार्डो को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है, सील कर दिया गया है. इन वार्डो में संक्रमित लोगों और मरीजों की संख्या बढ़ते जा रहे है. सैकड़ों लोगों को कोरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. ऐसे में कैसे आवेदन किया जा सकता है.
पालक संघ के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पाॅल का कहना है कि उच्च अधिकारुयों को जिले में जिला शिक्षा अधिकारियों और कलेक्टरों से सलाह कर जिलों की परिस्थितियों ने अनुसार निर्णय लिया जाना चाहिए, लेकिन शायद ऐसा हो नहीं रहा है. शायद सरकार स्कूल आरंभ करने में जल्दबाजी कर रही है, जो उचित नहीं है. परिस्थितियां सामान्य होने तक विभाग को इंतजार करना चाहिए, लेकिन शायद प्राईवेट स्कूलों के दबाव में सरकार ने भर्ती प्रक्रिया आरंभ करने का निर्णय लिया है. क्रिष्टोफर पाॅल ने संचालक को ईमेल भेजकर निवेदन किया है, कि स्थिति सामान्य होने तक किसी भी प्रकार की भर्ती प्रक्रिया को स्थगित रखा जाए.