नई दिल्ली(एजेंसी): दुनियाभर में रोज नई-नई तकनीक विकसित हो रही है. यही वजह है कि लोगों की दिनचर्या भी बदलती ही जा रही है. माना जा रहा है कि जल्द ही हम सभी 5G नेटवर्क का उपयोग कर पाएंगे. कई बड़ी कंपनियां 5जी नेटवर्क लाने की तैयारी में जुट गई है. ऐसा माना जा रहा है कि 5G नेटवर्क के आने से मानव जीवन में कई बड़े बदलाव आ सकते हैं. वहीं, वैज्ञानिकों का कहना है कि सोचिए आप उस वक्त कैसा महसूस करेंगे जब आप अपनी ही कार से बात कर रहे होंगे और सड़क पर लगी रेड लाइट से सेंसर के जरिए तालमेल बैठा सकेंगे. ये अपने आप में बड़ी बात है. अगर हम ऐसा करते हैं तो हमारे लिए ये बड़ी उपलब्धि होगी और जिंदगी को जीना काफी आसान हो जाएगा.
यह दूरसंचार और टेलीकॉम तकनीक का मिश्रण है, जो बहुत कम ऊर्जा का उपयोग करता है और कनेक्टिविटी के माध्यम से बहुत अधिक डेटा देता है. इसे इंटरनेट ऑफ थिंग्स के लिए एक नेटवर्क के रूप में भी बनाया गया है. इससे न केवल लोग बल्कि यूटिलिटी मशीन, औद्योगिक उपकरण, ऑटोमोबाइल, शहर की संरचना, सार्वजनिक सुरक्षा आदि भी एक-दूसरे से कनेक्ट होंगे. इसकी पहुंची अभी के मोबाइल इंटरनेट से कहीं अधिक और बेहतर होगी. यह तकनीक पूरी तरह से रेडियो स्पेक्ट्रम के बेहतर इस्तेमाल का उदाहरण होगी और इससे एक साथ कई डिवाइस को इंटरनेट से जोड़ा जा सकेगा.
क्वॉलकॉम के अनुसार, 5G ट्रैफिक कपैसिटी और नेटवर्क एफिसिएंसी में 20 जीबी प्रति सेकेंड की स्पीड दे सकेगा. आपको बता दें कि यह तकनीक वर्चुअल रियलिटी, ऑटोमैटिक ड्राइविंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स के लिए आधार बनने जा रहा है. यह सिर्फ आपके स्मार्टफोन इस्तेमाल करने के अनुभव को बेहतर नहीं करने वाला है, बल्कि मेडिकल, इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ मैन्युफैक्चरिंग को डेवेलप में भी मदद करने वाला है.