रायपुर (अविरल समाचार) : मानसून और कोरोना के चलते प्रदेश में सब्जियां महंगी हो गई है. दाम बढ़ने के रसोई का बजट बिगड़ गया है. जानकारों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में 25 फीसदी सब्जी का उत्पादन हो रहा है. उसमें भी बारिश की वजह से फसल खराब हो रही है. बाकी 75 फीसदी सब्जियां बाहर से आ रही है.
सब्जी मंडी अध्यक्ष श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि टमाटर नासिक ओर बेंगलोर, फूलगोभी ओर पत्तागोभी छिंदवाड़ा, आलू पश्चिम बंगाल, प्याज महराष्ट्र से, मुनगा बेंगलोर से आवागमन हो रहा है. करेला व भिंडी का स्थानीय उत्पादन है. उत्तरप्रदेश और बिहार में बाढ़ की वजह से वहां सब्जियों की ज्यादा डिमांड हो रही है. छत्तीसगढ़ में पहुंचाई जाने वाली सब्जियां बिहार व उत्तरप्रदेश में भेजी जा रही है. इस वजह से सब्जियों के दामों में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिल रही है. आने वाले दिनों में सब्जियों के और भी दाम बढ़ेंगे.
टमाटर 60, फूल गोभी 80 से 100 रुपए किलो, भाटा 50 से 60 रुपए किलो, भिंडी 60 से 80 रुपए किलो,करेला 60 से 80 पत्ता गोभी 40 से 50 रुपए किलो, लौकी 40 रुपए किलो, हरी मिर्च 60 रुपए किलो, बरबट्टी 50 से 60 रुपए किलो, आलू 40 रुपए, प्याज 30 रुपए किलो, लहसुन 140 से 150 रुपए किलो, गाजर 50 रुपए, शिमला मिर्च 80 रुपए किलो, लाल भाजी 120 रुपए किलो, मुनगा 100 से 120 रुपए किलो, खेकसी 140 रुपए किलो, सेमी 80 रुपए किलो, कुंदरू 40 रुपए किलो, धनिया 180 रुपए किलो.