बेंगलुरु (एजेंसी)। आईपीएल का 12वां सत्र इतिहास में खराब अंपायरिंग और खिलाड़ियों से विवाद के लिए याद किया जाएगा। इस सीजन में ऐसे कई मौके आए जब खिलाड़ी अंपायर्स की तकरार देखने को मिली। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम पर एक मैच के दौरान बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली और अंपायर लॉन्ग के बीच बहस हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इस बहस के बाद गुस्से से तमतमाए लॉन्ग अंपायर रूम के दरवाजे को लात मारकर तोड़ दिया।
4 मई यानी शनिवार को खेला गया यह मुकाबला बैंगलोर और हैदराबाद के बीच हुआ। हैदराबाद के लिए यह ‘करो या मरो’ का मुकाबला था, क्योंकि इस जीत के साथ ही वह प्लेऑफ में पहुंचने वाली चौथी टीम हो जाती।
दूसरी ओर इस सीजन में बेहद निराश करने वाली विराट ब्रिगेड इस आखिरी मैच को जीतकर अगले सीजन की बेहतर तैयारी के साथ विदा लेना चाहती थी। इसी मैच में अंपायर नीजल लॉन्ग ने बैंगलोर के तेज गेंदबाज उमेश यादव की एक गेंद को नोबॉल करार दे दिया।
50 वर्षीय नीजल लॉन्ग आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल हैं, लेकिन इस बार अनुभवी अंपायर लॉन्ग से गलती जरूर हो गई, जब टीवी रिप्ले में फुटेज सामने आया, तो मामला साफ हो गया कि उमेश यादव का पिछला पैर लाइन के पीछे ही पड़ा था।
नियमानुसार यह नोबॉल नहीं थी। मैदान में लगी स्क्रीन पर रिप्ले देखने के बाद उमेश यादव और विराट कोहली ने अंपायर के इस निर्णय का विरोध किया। हालांकि अंपायर ने यहां निर्णय वापस नहीं लिया।
बीच मैदान ही विराट नीजल लॉन्ग से इस बारे में बहस करते भी देखे गए। ख़बरों की माने तो हैदराबाद की पारी खत्म होते ही लॉन्ज अपने साथी अंपायर के साथ पवेलियन में आए और गुस्से में अंपायर रूम के दरवाजे पर जोर से लात मार दी। इसके चलते दरवाजे को नुकसान हुआ है।
कर्नाटक राज्य क्रिकेट असोसिएशन (KSCA) ने मामले की जानकारी मैच रेफरी नारायम कुट्टी को दी। हालांकि बाद में लॉन्ज ने कर्नाटक क्रिकेट असोसिएशन से बात की और इस क्षति की भरपाई के लिए 5000 रुपये भी दिए।
अब KSCA ने तय किया है कि वह इस मामले को बीसीसीआई में नियुक्त प्रशासकों की समिति (CoA) की जानकारी में लाएगा। KSCA के सचिव सुधाकर राव ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। एक राज्य संघ होने के नाता हमारा यह दायित्व है कि हम इसकी रिपोर्ट दें और हम इस संबंध में CoA को लिख रहे हैं।’